1. बच्चों के संज्ञानात्मक विकास को सबसे अच्छे तरीके से कहाँ परिभाषित किया जा सकता है?
(a) खेल के मैदान में (b) विद्यालय एवं कक्षा में
(c) ऑडिटोरियम में (d) गृह में
Ans : (b)
2. आजकल बच्चों की ‘गलत धारणाओं को’ ‘वैकल्पिक धारणाएँ’ कहने की एक प्रवृत्ति है। इसे कहा जा सकता है :
(a) बच्चों की गलतियों की व्याख्या के लिए मनोहर शब्दों का उपयोग करना
(b) बच्चों को उनकी सोच में प्रौढ़ों के समान मानना
(c) बच्चों के समझ में सूक्ष्म भेद करना और उनका अपने सीखने के प्रति निष्क्रिय रहना
(d) पहचानना कि बच्चे सोच सकते हैं और उनकी सोच प्रौढ़ों से भिन्न होती है
Ans : (d)
3. एक तीन साल का बच्चा बताता है कि दूध बूथ पर एक मशीन द्वारा दूध का उत्पादन होता है। निम्नलिखित में से कौन-सा बच्चे की समझ का सबसे अच्छा स्पष्टीकरण प्रदान करता है?
(a) बच्चे को दुनिया का बहुत सीमित अनावरण/ज्ञान है।
(b) बच्चे का जवाब दूध बूथ से दूध खरीदने के अपने अनुभव पर आधारित है।
(c) बच्चे ने गायों को कभी नहीं देखा है।
(d) बच्चे का परिवार बच्चे को प्रेरक वातावरण प्रदान नहीं करता।
Ans. (b)
4. किसी वस्तु के स्थायित्व की अवधारणा पियाजे के विकास के ………….. चरण में प्राप्त हो जाती है।
(a) संवेदी−गामक (b) पूर्व−परिचालन
(c) मूर्त परिचालन (d) औपचारिक परिचालन
Ans. (a)
5. स्वजागरूकता एवं संज्ञानात्मक क्षमताओं का नियंत्रण‚ जैसे−योजना बनाना‚ समीक्षा करना और संशोधन करना इत्यादि …………….. में अंतर्निहित हैं।
(a) केन्द्रीकरण (b) संज्ञानबोध
(c) संज्ञान (d) समायोजन
Ans. (b)
6. निम्नलिखित में से कौन-सी पूर्व-संक्रियात्मक विचार की एक सीमा नहीं है?
(a) ध्यान केन्द्रित करने की प्रवृत्ति
(b) प्रतीकात्मक विचार का विकास
(c) अहंमन्यता
(d) अनुत्क्रमणीयता
Ans. (b)
7. निम्नलिखित में से कौन सा मूर्त क्रियात्मक अवस्था के प्रमुख कौशलों में से एक है?
(a) सुरक्षित रखने की योग्यता
(b) परिकल्पित निगमनात्मक तर्क
(c) द्वितीयक वर्तुल प्रतिक्रियाएँ
(d) सजीवात्मक चिंतन
Ans. (a)
8. पियाजे के अनुसार‚ विशिष्ट मनोवैज्ञानिक संरचनाएँ (अनुभव से सही अर्थ निकालने के व्यवस्थित तरीके) को क्या कहा जाता है?
(a) स्कीमा (b) प्रतिमान
(c) मानसिक मैप (d) मानसिक उपकरण
Ans. (a)
9. निम्नलिखित में से कौन सा पूर्व क्रियात्मक अवस्था काल के बच्चे को विशेषित करता है?
(a) लक्ष्य-निर्देशित व्यवहार
(b) विलंबित अनुकरण
(c) विचारों की अनुत्क्रमणीयता
(d) वर्तुल प्रतिक्रिया
Ans : (c)
10. जीन पियाजे द्वारा परिभाषित वह अवस्था जहाँ संज्ञानात्मक विकास बालक के अपनी इन्द्रियों के प्रयोग तथा बाहरी दुनिया का पता लगाने के प्रयासों से होता है :
(a) ज्ञानेन्द्रिय अवस्था (b) पूर्व-परिचालन अवस्था
(c) ठोस अवस्था (d) इनमें से कोई नहीं
Ans : (a)
11. जीन पियाजे के सिद्धांत का प्रमुख प्रस्ताव है कि−
(a) बच्चों की सोच वयस्कों से बेहतर होती है।
(b) बच्चों की सोच मात्रात्मक रूप में वयस्कों से भिन्न होती है।
(c) बच्चों की सोच गुणात्मक रूप में वयस्कों से भिन्न होती है।
(d) बच्चों की सोच वयस्कों से निम्न होती है।
Ans : (c)
12. निम्नलिखित व्यवहारों में से कौन सा जीन पियाजे के द्वारा प्रस्तावित ‘मूर्त संक्रियात्मक अवस्था’ को विशेषित करता है?
(a) आस्थगित अनुकरण‚ पदार्थ स्थायित्व
(b) प्रतीकात्मक खेल‚ विचारों की अनुत्क्रमणीयता
(c) परिकल्पित-निगमनात्मक तर्क; साध्यात्मक विचार
(d) संरक्षण‚ कक्षा समावेशन
Ans. (d)
13. बच्चों के संज्ञानात्मक विकास के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन सी पियाजे की संरचना है?
(a) अनुबंधन (b) प्रबलन
(c) स्कीमा (d) अवलोकन अधिगम
Ans. (c)
14. पियाजे के संज्ञानात्मक विकास के सिद्धांत से निहितार्थ निकालते हुए एक ग्रेड 6-8 के शिक्षक को अपनी कक्षा में क्या करना चाहिए?
(a) ऐसी समस्याएँ प्रस्तुत करनी चाहिए जिसमें तर्क आधारित समाधान की आवश्यकता होती है।
(b) एक अवधारणा को पढ़ाने के लिए केवल मूर्त सामग्रियों का प्रयोग करना चाहिए।
(c) केवल निर्धारित पाठ्यक्रम पर निर्भर रहना चाहिए।
(d) तार्किक बहस के प्रयोग को हतोत्साहित करना चाहिए।
Ans. (a)
15. जीन पियाजे के संज्ञानात्मक विकास के सिद्धांत के अनुसार‚ परिकल्पित निगमनात्मक तर्क किस अवधि में विकसित होता है?
(a) पूर्व संक्रियात्मक अवस्था
(b) मूर्त संक्रियात्मक अवस्था
(c) अमूर्त संक्रियात्मक अवस्था
(d) संवेदी-चालक अवस्था
Ans. (c)
17. पियाजे के संज्ञानात्मक विकास के चार चरणों में कौन-सा सम्मिलित नहीं है?
(a) इंद्रिय गामक अवस्था
(b) पूर्व-संक्रियात्मक अवस्था
(c) उत्तर-संक्रियात्मक अवस्था
(d) अमूर्त संक्रियात्मक अवस्था
Ans: (c)
18. पियाजे के अनुसार विकास की प्रथम अवस्था (जन्म से 2 वर्ष तक) में बच्चा अधिक उपयुक्त प्रकार से जिसके द्वारा सीखता है‚ वह है−
(a) इंद्रियों के प्रयोग द्वारा
(b) अमूर्त चिंतन द्वारा
(c) भाषा के नए सीखे शब्दों के बोध के द्वारा
(d) मूर्त चिंतन द्वारा
Ans: (a)
19. जीन पियाजे की संज्ञानात्मक विकास की अवस्थाओं के अनुसार जिसे पूर्व-प्रत्ययात्मक काल के रूप में जाना जाता है‚ निम्न में से किससे सम्बन्धित है?
(a) इन्द्रिय गति अवस्था से
(b) मूर्त संक्रिया अवस्था से
(c) पूर्व संक्रियात्मक अवस्था से
(d) औपचारिक-संक्रिया अवस्था से
Ans: (c)
20. पियाजे के संज्ञानात्मक सिद्धान्त की अवस्थाओं का क्रम निम्न है-
(a) संवेदनात्मक गामक काल- मूर्त संक्रियात्मक कालपूर्व संक्रियात्मक काल- औपचारिक संक्रियात्मक काल
(b) संवेदनात्मक गामक काल- पूर्व-संक्रियात्मक काल- मूर्त संक्रियात्मक काल- औपचारिक संक्रियात्मक काल
(c) पूर्वसंक्रियात्मक काल- संवेदनात्मक गामक काल- मूर्त संक्रियात्मक काल-औपचारिक संक्रियात्मक काल
(d) पूर्वसंक्रियात्मक काल- संवेदनात्मक गामक काल- औपचारिक संक्रियात्मक काल- मूर्त संक्रियात्मक काल
Ans: (b)
21. जीन पियाजे के संज्ञानात्मक विकास के सिद्धान्त की ‘पूर्व संक्रियात्मक अवस्था’ का आयु समूह है
(a) 0-2 वर्ष (b) 2-7 वर्ष
(c) 4-11 वर्ष (d) 7-12 वर्ष
Ans: (b)
22. पियाजे के संज्ञानात्मक विकास के सिद्धान्त के अनुसार समाविष्टीकरण से तात्पर्य है
(a) पूर्ववर्ती विद्यमान बौद्धिक संरचनाओं तथा वातावरणीय माँग का मिलान
(b) चिन्तन के नये तरीकों का समावेश तथा पूर्ववर्ती विद्यमान बौद्धिक संरचनाओं में सुधार करते हुए व्यवहार करना
(c) पूर्व ज्ञान तथा नवीन ज्ञान के बीच साम्यावस्था होना
(d) प्रत्यक्षात्मक व संज्ञानात्मक सूचनाओं को सार्थक पैटर्न में व्यवस्थित करना
Ans: (b)
23. पियाजे के संज्ञानात्मक विकास के सिद्धान्त की मूर्त- संक्रियात्मक अवस्था निम्न योग्यता द्वारा लक्षित नहीं होती है
(a) विचारों की विलोमीयता
(b) मानसिक द्वन्द्व
(c) संरक्षण
(d) क्रमबद्धता व पूर्ण-अंश प्रत्ययों का प्रयोग
Ans: (b)
24. ‘‘घटना और वस्तुओं के बारे में एक बच्चा तार्किक रूप से सोच सकता है’’ पियाजे के चरणों के सम्बन्ध में सही कथन है
(a) सेन्सरी तन्त्रिका तन्त्र (Sensory Motor)
(b) प्रारम्भिक संचालन प्रक्रिया (Pre Operational)
(c) मूर्त संचालन प्रक्रिया (Concrete Operational)
(d) औपचारिक संचालन प्रक्रिया (Formal Operation)
Ans: (c)
25. निम्न सिद्धान्तों में से कौन बच्चे के बौद्धिक विकास के 4 चरणों (संवेदी-चालक‚ पूर्व परिचालन‚ सुदृढ़ परिचालन एवं औपचारिक परिचालन) को चिह्रित करता है?
(a) एरिक्सन का मनो-सामाजिक विकास का सिद्धान्त
(b) फ्रायड का मानसिक-यौन विकास का सिद्धान्त
(c) जीन पियाजे का संज्ञानात्मक विकास सिद्धान्त
(d) कोह्लबर्ग का नैतिक विकास सिद्धान्त
Ans: (c)
26. वस्तुओं को क्रम से लगाने की क्षमता बालक में विकसित होती है जब वह
(a) इन्द्रियगति अवस्था में हो (b) पूर्व क्रिया अवस्था में हो
(c) मूर्त क्रिया अवस्था में हो (d) औपचारिक क्रिया अवस्था में हो
Ans: (c)
27. निम्न में से कौन पियाजे के अनुसार बौद्धिक विकास का निर्धारक तत्व नहीं है?
(a) सामाजिक संचरण (b) अनुभव
(c) सन्तुलनीकरण (d) इनमें से कोई नहीं।
Ans: (a)
28. फ्रायड‚ पियाजे एवं अन्य मनोवैज्ञानिकों ने व्यक्तित्व विकास की विभिन्न अवस्थाओं के सन्दर्भ में व्याख्या की है। परन्तु पियाजे ने
(a) कहा कि विकास की अवस्थाएँ वातावरण से निर्धारित होती हैं
(b) कहा कि शैशवावस्था के अनुभव ही अधिक प्रभावित करते हैं‚ बाकी अवस्थाओं के सीमित प्रभाव होते हैं
(c) विभिन्न अवस्थाओं को समझाने के लिए संज्ञानात्मक बदलाव के बारे में कहा
(d) इनमें से कोई नहीं।
Ans: (c)
29. पियाजे के अनुसार बच्चा अमूर्त स्तर पर चिंतन‚ बौद्धिक क्रियाएँ और समस्या समाधान किस अवस्था में करने लगता है?
(a) पूर्व संक्रियात्मक अवस्था (2-7 वर्ष)
(b) मूर्त संक्रियात्मक अवस्था (7-11 वर्ष)
(c) औपचारिक संक्रियात्मक अवस्था (11-15 वर्ष)
(d) संवेदी पेशीय अवस्था (0-2 वर्ष)
Ans: (c)
30. पियाजे की कौन-सी अवस्था का सम्बन्ध अमूर्त एवं तार्किक चिन्तन से है?
(a) संवेदीगामक अवस्था
(b) पूर्व संक्रियात्मक अवस्था
(c) अर्मूत संक्रियात्मक अवस्था
(d) मूर्त संक्रियात्मक अवस्था
Ans: (c)
31. जीन पियाजे द्वारा परिभाषित चरण जिसमें ज्ञानात्मक विकास की शुरुआत शिशु द्वारा अपनी संवेदना (विवेक) एवं गतिविधियों का इस्तेमाल दुनिया को समझने के साथ होती है‚ कहलाता है?
(a) संवेदी मोटर अवस्था (b) संचालन पूर्व अवस्था
(c) साकार (मूर्त) अवस्था (d) इनमें कोई नहीं।
Ans : (a)
32. अपने आसपास के वातावरण (माहौल) के साथ सामंजस्य बैठाने (ढालने) की क्षमता से बुद्धिमत्ता का संबंध जोड़ने वाला मनोवैज्ञानिक था?
(a) जीन पियाजे (b) थार्नडाइक
(c) होर्वाड गार्डनर (d) इनमें कोई नहीं
Ans: (a)
33. पियाजे के संज्ञानात्मक विकास सिद्धान्त के अनुसार संवेदी-क्रियात्मक अवस्था होती है
(a) जन्म से 2 वर्ष (b) 2 से 7 वर्ष
(c) 7 से 11 वर्ष (d) 11 से 16 वर्ष
Ans: (a)
34. एक बच्ची को उसके पिता चहलकदमी करा रहे थे। बच्ची जानती थी कि चिड़िया जैसी चीजें होती है परन्तु उसने कभी पतंग को नहीं देखा था। पतंग को देखकर उसने कहा ‘चिड़िया को तो देखों’ उसके पिता ने कहा ‘यह एक पतंग है’। यह उदाहरण दिखाता है।
(a) सम्मिलन (b) समायोजन
(c) संरक्षण (d) वस्तु का प्रदर्शन
Ans: (b)
35. तर्क‚ जिज्ञासा तथा निरीक्षण शक्ति का विकास होता है-
(a) 6 वर्ष की आयु में (b) 8 वर्ष की आयु में
(c) 11 वर्ष की आयु में (d) 15 वर्ष की आयु में
Ans: (c)
36. पियाजे के विकास की अवस्थाओं में संवेदी गामक अवस्था समायोजित करता है-
(a) अनुकरण‚ स्मृति एवं मानसिक प्रस्तुतीकरण
(b) विकल्पों की व्याख्या एवं विश्लेषण करने की क्षमता
(c) तार्किक रूप से समस्या के समाधान की क्षमता
(d) सामाजिक मुद्दों से सरोकार
Ans: (a)
38. पियाजे के अनुसार मूर्त संक्रियाओं का स्तर किस अवधि में घटित होता है?
(a) जन्म से 2 वर्ष (b) 2 से 7 वषर्
(c) 7 से 11 वर्ष (d) 11 से 15 वर्ष
Ans: (c)
39. पियाजे के अनुसार संज्ञानात्मक विकास की अवस्थाओं को बाँटा गया है
(a) चार भागों में (b) तीन भागों में
(c) दो भागों में (d) पाँच भागों में।
Ans: (a)
40. जीन पियाजे के अनुसार‚ प्रारूप (स्कीमा) निर्माण वर्तमान योजनाओं के अनुरूप बनाने हेतु नवीन जानकारी में संशोधन और नवीन जानकारी के आधार पर पुरानी योजनाओं में संशोधन के परिणाम के रूप में घटित होता है। इन दो प्रक्रियाओं को जाना जाता है−
(a) समावेशन और अनुकूलन के रूप में
(b) साम्यीकरण और संशोधन के रूप में
(c) समावेशन और समायोजन के रूप में
(d) समायोजन और अनुकूलन के रूप में
Ans : (c)
41. पियाजे के अनुसार‚ बच्चों का चिन्तन वयस्कों से …………. भिन्न होता है बजाए ……………. के।
(a) मात्रा‚ प्रकार (b) आकार‚ मूर्तपरकता
(c) प्रकार‚ मात्रा (d) आकार‚ किस्म
Ans : (c)
42. जीन पियाजे के अनुसार अनुकूलन……… द्वारा होता है।
(a) आत्मसात्करण (b) व्यवस्थापन
(c) अनुभव (d) आत्मसात्करण तथा व्यवस्थापन
Ans : (d)
43. पियाजे के अनुसार‚ ‘संज्ञानात्मक विकास के किस चरण पर बच्चा ‘वस्तु−स्थायित्व’ को प्रदर्शित करता है?
(a) संवेदी प्रेरक चरण
(b) पूर्व−संक्रियात्मक चरण
(c) मूर्त संक्रियात्मक चरण
(d) औपचारिक संक्रियात्मक चरण
Ans : (a)
44. पियाजे की औपचारिक संक्रियात्मक अवस्था‚ बालक की किस आयु अवधि तक मानी जाती है?
(a) 0−2 वर्ष (b) 2−7 वर्ष
(c) 7−11 वर्ष (d) 11−15 वर्ष
Ans : (d)
45. वह कौन−सा स्थान है जहाँ बच्चे के ‘संज्ञानात्मक’ विकास को सबसे बेहतर तरीके से परिभाषित किया जा सकता है?
(a) खेल का मैदान (b) विद्यालय एवं कक्षा पर्यावरण
(c) सभागार (d) घर
Ans : (b)
46. पियाजे के संज्ञानात्मक विकास के चरणों के अनुसार‚ इन्द्रिय−गामक (संवेदी−प्रेरक) अवस्था किसके साथ सम्बन्धित है?
(a) सामाजिक मुद्दों से सरोकार
(b) अनुकरण‚ स्मृति और मानसिक निरूपण
(c) तार्किक रूप से समस्या−समाधान की योग्यता
(d) विकल्पों के निर्वचन और विश्लेषण करने की योग्यता
Ans : (b)
47. एक शिक्षिका दो एकसमान गिलासों को प्रदर्शित करती हैं जो जूस की समान मात्रा से भरे हुए हैं। वह उन्हें दो भिन्न गिलासों में खाली करती है जिसमें से एक लम्बा है और दूसरा चौड़ा है। वह बच्चों को उस गिलास की पहचान करने के लिए कहती है जिसमें जूस ज्यादा है। बच्चे प्रत्युत्तर देते हैं कि लंबे गिलास में जूस ज्यादा है। शिक्षिका के बच्चों को ………….. कठिनाई है।
(a) समायोजन (b) अहम्केंद्रिता
(c) विकेंद्रीकरण (d) पलटावी
Ans : (d)
48. ‘मानसिक संरचनाएँ जो चिन्तन के निर्माण प्रखण्ड हैं’ इसके लिए पियाजे ने किस शब्द/पद का प्रयोग किया है?
(a) जीन (b) परिपक्वन प्रखण्ड
(c) स्कीमा (अवधारणाएँ) (d) विकास का क्षेत्र
Ans : (c)
49. अमूर्त वैज्ञानिक चिन्तन के लिए क्षमता का विकास निम्नलिखित अवस्थाओं में किसकी एक विशेषता है?
(a) मूर्त संक्रियात्मक अवस्था
(b) औपचारिक संक्रियात्मक अवस्था
(c) संवेदी−गतिक अवस्था
(d) पूर्व− संक्रियात्मक अवस्था
Ans : (b)
50. सीता ने हाथ से दाल और चावल खाना सीख लिया है। जब उसे दाल और चावल दिए जाते हैं तो वह दाल− चावल मिलाकर खाने लगती है। उसने चीजों को करने के लिए अपने स्कीमा में दाल और चावल खाने ………. कर लिया है।
(a) अंगीकार (b) समायोजित
(c) अनुकूलित (d) समुचिता
Ans : (c)
51. पियाजे अनुमोदन करते हैं कि पूर्व−संक्रियात्मक बच्चे याद रखने में असमर्थ होते हैं। निम्नलिखित कारकों में से किसको उन्होंने इस असमर्थता के लिए जिम्मेदार ठहराया है?
(a) परिकल्पित−निगमनात्मक तार्किकता की अयोग्यता
(b) उच्च स्तर की अमूर्त तार्किकता की कमी
(c) व्यक्तिगत कल्पित कथा
(d) विचार की अनुत्क्रमणीयमा (पलट न सके)
Ans : (d)
52. पियाजे के सिद्धांत के अनुसार‚ निम्नलिखित में से कौन−सा व्यक्ति के संज्ञानात्मक विकास को प्रभावित नहीं करेगा?
(a) भाषा (b) सामाजिक अनुभव
(c) परिवक्वन (d) क्रियाकलाप
Ans : (a)
53. प्रचलित योजनाओं में नई जानकारी जोड़ने को किस नाम से जाना जाता है?
(a) समायोजन (b) साम्यधारण
(c) आत्मसात्करण (d) संगठन
Ans : (c)
54. पियाजे के अनुसार‚ विकास को प्रभावित करने में निम्नलिखित कारकों में से किसकी भूमिका महत्त्वपूर्ण होती है?
(a) भौतिक विश्व के साथ अनुभव
(b) अनुकरण
(c) पुनर्बलन
(d) भाषा
Ans : (a)
55. पियाजे मुख्य रूप से किसके अध्ययन के लिए जाने जाते हैं?
(a) भाषा विकास (b) यौन विकास
(c) संज्ञानात्मक विकास (d) सामाजिक विकास
Ans : (c)
56. पियाजे के अनुसार संज्ञानात्मक विकास की द्वितीय अवस्था है?
(a) ज्ञानेन्द्रिय अवस्था
(b) औपचारिक संक्रियता की अवस्था
(c) पूर्व-संक्रिया की अवस्था
(d) मूर्त संक्रिया की अवस्था
Ans : (c)
57. मानव के ज्ञानात्मक (मानसिक) विकास की मूर्त संक्रिया अवस्था में सामान्यत: किस आयु काल को शामिल किया जाता है?
(a) लगभग दो से सात वर्ष तक
(b) जन्म से दो वर्ष तक
(c) लगभग सात से ग्यारह वर्ष तक
(d) लगभग बारह से पंद्रह वर्ष तक
Ans : (c)
58. पियाजे के अनुसार अहंकेन्द्रित क्या है?
(a) वातावरण ज्ञान का केन्द्र
(b) बालक विश्व का केन्द्र है और हर चीज उसके इर्द− गिर्द घूमती है
(c) संवेदी गामक अवस्था
(d) इनमें से कोई नहीं
Ans : (b)
59. पियाजे के सिद्धांत में आयतन‚ लंबाई मात्रा इत्यादि का संरक्षण किस अवस्था में होता है?
(a) स्थूल प्रक्रिया (b) औपचारिक प्रक्रिया
(c) पूर्व प्रक्रिया (d) संवेदी-पेशीय प्रक्रिया
Ans : (a)
60. पियाजे मुख्यत:…….. के क्षेत्र में योगदान के लिए जाने जाते हैं।
(a) भाषा विकास (b) ज्ञानात्मक विकास
(c) नैतिक विकास (d) सामाजिक विकास
Ans : (b)
61. पियाजे के संज्ञानात्मक विकास सिद्धान्त में अमूर्त तर्क एवं परिपक्व नैतिक चिंतन किस अवस्था की विशेषताएँ हैं?
(a) संवेदनात्मक-गामक अवस्था
(b) पूर्व संक्रियावस्था
(c) औपचारिक संक्रियावस्था
(d) मूर्त संक्रिया अवस्था
Ans : (c)
62. जीन पियाजे के द्वारा प्रस्तुत ‘संरक्षण’ के प्रत्यय से तात्पर्य है कि−
(a) दूसरों के परिदृश्य को ध्यान में रखना एक महत्त्वपूर्ण संज्ञानात्मक क्षमता है
(b) वन्यजीवन और वनों का संरक्षण बहुत महत्त्वपूर्ण है
(c) कुछ भौतिक गुणधर्म वही रहते हैं चाहे बाहरी आकृतियाँ बदल जाएँ
(d) परिकल्पना पर विधिवत् परीक्षण से सही निष्कर्ष पर पहुँचा जा सकता है
Ans : (c)
63. जीन पियाजे के संज्ञानात्मक विकास के सिद्धांत के बारे में निम्नलिखित कथनों में से सही कथन कौन-सा है?
(a) बच्चों के सांस्कृतिक आधार के अनुसार इन चरणों का क्रम बदला जा सकता है।
(b) पियाजे का तर्क है कि संज्ञानात्मक विकास‚ चरणों में आगे बढ़ने की अपेक्षा निरंतर होता है।
(c) पियाजे ने संज्ञानात्मक विकास के पाँच स्पष्ट चरण प्रस्तावित किए हैं।
(d) किसी चरण को छोड़ा नहीं जा सकता क्योंकि ये चरण स्थिर हैं।
Ans : (d)
64. निम्नलिखित में से कौन-सा एक सही मिलान वाला जोड़ा है ?
(a) मूर्त संक्रियात्मक बच्चा – संधारण एवं वर्गीकरण करने योग्य
(b) औपचारिक संक्रियात्मक बच्चा – अनुकरण प्रारंभ‚ कल्पनापरक खेल
(c) शैशवावस्था – तर्क का अनुप्रयोग और अनुमान लगाने में सक्षम
(d) पूर्वसंक्रयात्मक बच्चा – निगमनात्मक विचार
Ans : (a)
65. नवीन जानकारी को शामिल करने के लिए वर्तमान स्कीमा (अवधारणा) में बदलाव की प्रक्रिया ……. कहलाती है−
(a) अनुकूलन (b) आत्मसात्करण
(c) समायोजन (d) अहंकेन्द्रिता
Ans : (c)
66. पियाजे के अनुसार 2 से 7 वर्ष के बीच का एक बच्चा संज्ञानात्मक विकास की …….. अवस्था में है−
(a) पूर्व संक्रियात्मक (b) औपचारिक संक्रियात्मक
(c) मूर्त संक्रियात्मक (d) संवेदी-गतिक
Ans : (a)
67. पूर्व-संक्रियात्मक काल में आने वाली संज्ञानात्मक योग्यता है
(a) अमूर्त चिंतन की योग्यता
(b) अभिकल्पनात्मक निष्कर्ष चिंतन
(c) लक्ष्य-उद्दिष्ट व्यवहार की योग्यता
(d) दूसरे के दृष्टिकोण को समझने की योग्यता
Ans : (c)
68. एक वर्ष तक के शिशु जब आँख‚ कान व हाथों से ‘‘सोचते’’ हैं‚ तो निम्नलिखित में से कौन-सा स्तर शामिल होता है?
(a) पूर्व-संक्रियात्मक स्तर (b) इंद्रियजनित गामक स्तर
(c) अमूर्त संक्रियात्मक स्तर (d) मूर्त संक्रियात्मक स्तर
Ans: (b)
69. पियाजे के सिद्धान्त के अनुसार‚ बच्चे निम्न में से किसके द्वारा सीखते हैं?
(a) सही प्रकार से ध्यान लगाकर जानकारी को याद करना
(b) समाज के आर्थिक योग्य सदस्यों के द्वारा उपलब्ध कराए गए सहारे के आधार पर
(c) अनुकूलन की प्रक्रियाएँ
(d) उपयुक्त पुरस्कार दिए जाने पर अपने व्यवहार में परिवर्तित करना
Ans: (c)
70. छिपी हुई वस्तुएँ ढूढ़ निकालना इस बात का संकेत है कि शिशु निम्नलिखित में से किस संज्ञानात्मक कार्य में दक्षता प्राप्त करने लगा है?
(a) साभिप्राय व्यवहार (b) वस्तु-स्थायित्व
(c) समस्या-समाधान (d) प्रयोग करना
Ans: (b)
71. पियाजे के विकासात्मक सिद्धान्त के परिप्रेक्ष्य − में निम्नलिखित में से कौन-सा आरेख विकास को समुचित रूप से स्पष्ट करता है।
(a) (b)
(c) (d)
Ans: (a)
72. निम्नलिखित में से कौन-सा निहितार्थ पियाजे के संज्ञानात्मक विकास के सिद्धान्त से नहीं निकाला जा सकता?
(a) बच्चों की अधिगमनात्मक तत्परता के प्रति संवेदनशीलता
(b) वैयक्तिक भेदों की स्वीकृति
(c) खोजपूर्ण अधिगम
(d) शाब्दिक शिक्षण की आवश्यकता
Ans: (d)
73. पियाजे के अनुसार‚ निम्नलिखित में से कौन सी अवस्था में बच्चा अमूर्त संकल्पनाओं के विषय में तार्किक चिंतन करना आरंभ करता है?
(a) औपचारिक-संक्रियात्मक अवस्था (12 वर्ष एवं ऊपर)
(b) संवेदी −प्रेरक अवस्था (जन्म -02 वर्ष)
(c) पूर्व-संक्रियात्मक अवस्था (02-07 वर्ष)
(d) मूर्त-संक्रियात्मक अवस्था (07-11 वर्ष)
Ans: (a)
74. वह अवस्था जब बच्चा तार्किक रूप से वस्तुओं व घटनाओं के विषय में चिंतन प्रारंभ करता है‚ है
(a) औपचारिक-संक्रियात्मक अवस्था
(b) पूर्व-संक्रियात्मक अवस्था
(c) मूर्त-संक्रियात्मक अवस्था
(d) संवेदी-पे्ररक अवस्था
Ans: (c)
75. पियाजे के अनुसार‚ संज्ञानात्मक विकास के किस चरण पर बच्चा ‘वस्तु स्थायित्व’ को प्रदर्शित करता है?
(a) मूर्त संक्रियात्मक चरण
(b) औपचारिक संक्रियात्मक चरण
(c) संवेदी प्रेरक चरण
(d) पूर्व-संक्रियात्मक चरण
Ans: (c)
76. पियाजे के अधिगम के संज्ञानात्मक सिद्धान्त के अनुसार‚ वह प्रक्रिया जिसके द्वारा संज्ञानात्मक संरचना को संशोधित किया जाता है‚ …… कहलाती है।
(a) प्रत्यक्षण (b) समायोजन
(c) समावेशन (d) स्कीमा
Ans: (b)
77. पियाजे के अनुसार विकास की पहली अवस्था (जन्म से लगभग 2 वर्ष आयु) के दौरान बच्चा ……….. सबसे बेहतर सीखता है।
(a) अमूर्त तरीके से चिंतन द्वारा
(b) भाषा के नए अर्जित ज्ञान के अनुप्रयोग द्वारा
(c) इंद्रियों के प्रयोग द्वारा
(d) निष्क्रिय (neutral) शब्दों को समझने के द्वारा
Ans: (c)
78. बच्चों के बौद्धिक विकास की चार विशिष्ट अवस्थाओं की पहचान की गई
(a) एरिकसन द्वारा (b) स्किनर द्वारा
(c) पियाजे द्वारा (d) कोह्लबर्ग द्वारा
Ans: (c)
79. उत्तर बाल्यावस्था में बालक भौतिक वस्तुओं के किस आवश्यक तत्व में परिवर्तन समझने लगते हैं?
(a) द्रव्यमान (b) द्रव्यमान और संख्या
(c) संख्या (d) द्रव्यमान‚ संख्या और क्षेत्र।
Ans: (d)
80. संज्ञानात्मक विकास के चार चरणों – संवेदी पेशीय‚ पूर्व संक्रियात्मक‚ स्थूल संक्रियात्मक और औपचारिक संक्रियात्मक‚ की पहचान की गई है।
(a) हिलगार्ड द्वारा (b) स्टॉट द्वारा
(c) हरलॉक द्वारा (d) पियाजे द्वारा
Ans : (d)
81. बालकों की सोच अमूर्तता की अपेक्षा मूर्त अनुभवों एवं प्रत्ययों से होती है। यह अवस्था है
(a) 7 से 12 वर्ष तक (b) 12 से वयस्क तक
(c) 2 से 7 वर्ष तक (d) जन्म से 2 वर्ष तक।
Ans: (a)
82. पियाजे ने क्षमताओं और योग्यताओं को यह नाम दिया है-
(a) स्कीमा
(b) समायोजन (एकोमेडेशन)
(c) अहंकेन्द्रभाव (इगो सेन्ट्रिज्म)
(d) आत्मसात्करण
Ans. (a)
83. कोई वस्तु क्या है और हम उसके साथ कैसे व्यवहार करते हैं‚ इस विषय में उससे जुड़े मानसिक प्रतिरूप या विचार को कहा जाता है-
(a) निर्माण (b) नेटवर्क
(c) स्कीमा (d) संरचना
Ans. (c)
84. पियाजे के अनुसार‚ 7 से 12 साल की उम्र के विकास की अवस्था को कहा जाता है:
(a) मूर्त संक्रियात्मक (b) औपचारिक संक्रियात्मक
(c) पूर्व−संक्रियात्मक (d) संवेदी पेशीय अवस्था
Ans. (a)
85. निम्नलिखित में से कौन सा सिद्धांत इस समझ को संदर्भित करता है कि वस्तुएं तब भी मौजूद रहती हैं जब उन्हें देखा या अनुभव नहीं किया जा सकता?
(a) संरक्षण (b) वस्तु स्थायित्व
(c) मन का सिद्धांत (d) जीववाद
Ans. (b)
86. जब नए विचारों को मौजूदा विचारों में शामिल किया जाता है‚ तो उन्हें …………… के रूप में जाना जाता है।
(a) अनुकूलन (b) प्रतिकृतियन
(c) आत्मसात्करण (d) पुनरूत्पादन
Ans. (c)
87. क्षैतिज डेकलआयु नामक घटना का वर्णन किसने किया?
(a) इरिक्सन (b) पियाजे
(c) फ्रायड (d) वाइगोत्सकी
Ans. (b)
88. एक 12 साल का बच्चा यह समझता है कि एक मेज का वजन वही रहता है‚ चाहें वह दाईं ओर हो या उल्टी हो। उसने किस सिद्धांत को समझा है?
(a) संरक्षण (b) आगमनात्मक तर्क
(c) वस्तु स्थायित्व (d) परिकल्पित तर्क
Ans. (a)
89. निम्नलिखित में से कौन-सा पियाजे के इन्द्रियजनित गामक अवस्था की उपअवस्था नहीं है?
(a) गौण वृत्तीय अनुक्रिया (b) सहज गतिविधि
(c) प्राथमिक वृत्तीय अनुक्रिया (d) क्रमबद्धता
Ans : (d)
90. संज्ञानात्मक विकास के सिद्धांत के अनुसार‚ मूर्त संक्रियात्मक अवस्था ……… उम्र में शुरू होती है−
(a) 5 (b) 1
(c) 3 (d) 7
Ans : (d)
91. एक बच्चा कहता है कि उसका दोस्त जो 5 फीट लंबा है‚ वह अपने चाचा से बड़ा हो सकता है‚ जो केवल 4 फीट लंबा है। किसी व्यक्ति की उâँचाई की व्याख्या करने के इस दृष्टिकोण को ………. में बच्चे को जिम्मेदार ठहराया जा सकता है।
(a) औपचारिक संक्रियात्मक अवस्था
(b) सेंसरीमोटर अवस्था
(c) पूर्व संक्रियात्मक अवस्था
(d) मूर्त संक्रियात्मक अवस्था
Ans. (c)
92. राधा ने अपने छात्रों से उनके लिए एक अध्याय से प्रश्न बनाने और उससे संबंधित उत्तर लिखने के लिए कहा। एक छात्र‚ संज्ञानात्मक विकास के किस चरण में इस कार्य के निहितार्थ से सबसे अधिक लाभान्वित होता है?
(a) संवेदी मोटर अवस्था
(b) मूर्त संक्रियात्मक अवस्था
(c) औपचारिक संक्रियात्मक अवस्था
(d) पूर्व संक्रियात्मक अवस्था
Ans. (c)
93. संरक्षण का कौन सा सिद्धांत किसी मौजूदा पदार्थ की मात्रा पर केंद्रित हैं?
(a) वजन (b) क्षेत्रफल
(c) द्रव्यमान (d) लंबाई
Ans. (c)
94. बच्चे कौन-सी संज्ञानात्मक क्षमता दर्शा रहे हैं जब वे वस्तुओं को मानव गुणों से संबंधित करते हैं?
(a) अहंभाव (इगोसेन्ट्रिज्म) (b) संरक्षण
(c) जीववाद (d) वस्तु स्थायित्व
Ans. (c)
95. पियाजे के अनुसार‚ बौद्धिक विकास दुनिया के अनुकूल के माध्यम से होता है। यह किसके माध्यम से होता है?
(a) अवशोषण और समंजन (एकोमेडेशन)
(b) संप्राप्ति और स्वत: सहसंबंध
(c) आत्मसात्करण और समंजन (एकोमेडेशन)
(d) आत्मसात्करण और परिस्थिति अनुकूलन
Ans. (c)
96. जीन पीयाजे के अनुसार……….. के दौरान बच्चों में अमूर्त तर्क और तर्क कौशल विकसित होते हैं।
(a) मूर्त संक्रियात्मक अवस्था
(b) औपचारिक संक्रियात्मक अवस्था
(c) पूर्व-संक्रियात्मक अवस्था
(d) संवेदी प्रेरक (सेंसरीमोटर) अवस्था
Ans. (b)
97. किस चरण में बच्चों में सरंक्षण का सिद्धान्त विकसित होता है?
(a) मूर्त संक्रियात्मक अवस्था
(b) पोस्ट-औपचारिक अवस्था
(c) पूर्व-संक्रियात्मक अवस्था
(d) औपचारिक संक्रियात्मक अवस्था
Ans. (a)
98. पियाजे के अनुसार‚ जब एक शिशु लगभग 18−24 महीने की उम्र तक पहुँचता है‚ तो वे विकसित होने लगते हैं जिसे उन्होंने……….. कहा है।
(a) इगोसेन्ट्रिज्म (b) व्यक्तिगत कल्पित
(c) वस्तु स्थायित्व (d) आगमनात्मक तर्क
Ans. (c)
99. जीन पियाजे के अनुसार‚ संज्ञानात्मक विकास……. अवस्था पर शुरू होता है।
(a) मूर्त-संक्रियात्मक
(b) पूर्व-संक्रियात्मक
(c) औपचारिक संक्रियात्मक
(d) संवेदी पेशीय (सेंसरीमोटर)
Ans. (d)
100. जीन पियाजे के अनुसार‚ पूर्व-संक्रियात्मक अवस्था के बच्चे कैसे होते हैं?
(a) आत्मकेंद्रित (इगोसेन्ट्रिक) (b) नम्य (फ्लेक्सिबल)
(c) जटिल (d) सामाजिक
Ans. (a)
101. जिस तरह से कोई व्यक्ति अपने मस्तिष्क में किसी भी जानकारी को प्रस्तुत करता है‚ यह उसके निम्न का उदाहरण है−
(a) व्यक्तिगत अभिलक्षण (b) संज्ञात्मक अभिलक्षण
(c) भावपूर्ण अभिलक्षण (d) शिक्षण अभिलक्षण
Ans. (b)
102. नाइव के पिता के बाल सफेद और लम्बे हैं‚ इसलिए वह सोचती है कि सभी के पिता के बाल सफेद और लम्बे हैं। यह दृष्टिकोण किस अवस्था में है?
(a) औपचारिक संक्रियात्मक अवस्था
(b) मूर्त संक्रियात्मक अवस्था
(c) सेंसरीमोटर अवस्था
(d) पूर्व संक्रियात्मक अवस्था
Ans. (d)
103. पियाजे ने संज्ञानात्मक विकास के ………… महत्वपूर्ण चरण विकसित किए।
(a) पांच (b) आठ
(c) चार (d) तीन
Ans. (c)
104. रूही; 11 महीने की बच्ची है और वह प्रत्येक सफेद तरल वस्तु को दूध कहती है। रूही द्वारा अवधारणा विकास प्रक्रिया का कौन सा प्राकृतिक स्वभाव दिखाया गया है?
(a) विश्लेषण (b) अमूर्तिकरण
(c) समान्यीकरण (d) अनुभव
Ans. (c)
105. सर्वात्मवाद यह विश्वास है कि जो कुछ भी मौजूद है उसमें किसी प्रकार की चेतना है। निम्नलिखित में से क्या विकास से पूर्व-परिचालन स्तर पर बच्चों में सर्वात्मवाद के विचार का वर्णन नहीं करता है?
(a) एक बच्चा जो एक कुर्सी से टकराते हुए अपने पैर को चोट पहुँचाता है‚ खुशी से ‘शरारती कुर्सी को धकेल देगा’।
(b) फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता के लिए एक बच्चा फायरमैन के रूप में तैयार होता है।
(c) एक उâँचे पर्वत को ‘पुराना’ माना जाएगा।
(d) एक कार जिसे शुरु नहीं किया जाएगा उसे ‘थका’या ‘बीमार’ बताया जाएगा।
Ans. (b)
106. वह शब्द क्या है जिसका उपयोग पियाजे ने शरीर के उन हिस्सों के साथ की गई नकल का वर्णन करने के लिए किया है‚ जिन्हें कोई देख नहीं सकता है।
(a) अदृश्य नकल (b) स्थानिक नकल
(c) दर्शनीय नकल (d) मॉडल नकल
Ans. (a)
107. संज्ञानात्मक विकास के सेंसरीमोटर चरण में कितने उप-चरण होते हैं?
(a) सात (b) पांच
(c) छ: (d) आठ
Ans. (c)
108. …….. के दृष्टिकोण के अनुसार‚ एक स्कीमा में ज्ञान की एक श्रेणी और उस ज्ञान को प्राप्त करने की प्रक्रिया दोनों शामिल हैं।
(a) जीन पियाजे (b) एरिक इरिक्सन
(c) जेरोम बु्रनर (d) सिंगमंड फ्रायड
Ans. (a)
109. जिन्दगी की शुरूआत में बच्चा किसके द्वारा निर्देशित होता है?
(a) परिपक्वता (b) सहज ज्ञान
(c) अधिगम (d) इनमें से कोई नहीं
Ans : (b)
110. प्रतिबिम्ब‚ अवधारणा‚ प्रतीक एवं संकेत‚ भाषा‚ शारीरिक क्रिया और मानसिक क्रिया अन्तनिर्हित है
(a) अनुकूलन
(b) प्रेरक पेशी विकास
(c) समस्या समाधान
(d) विचारात्मक प्रक्रिया
Ans: (b)
111. रिया कक्षा में पिकनिक तय करने हेतु रिषभ से सहमत नहीं है। वह सोचती है कि बहुमत के अनुकूल बनाने के लिए नियमों का संशोधन किया जा सकता है। यह सहपाठी विरोध‚ पियाजे के अनुसार‚ निम्नलिखित में से किससे सम्बन्धित है?
(a) संज्ञानात्मक अपरिपक्वता
(b) प्रतिक्रिया
(c) सहयोग की नैतिकता
(d) विषमांग नैतिकता
Ans: (c)
112. कोह्लबर्ग के सिद्धांत के योगदान के रूप में निम्नलिखित में से किसे माना जा सकता है?
(a) उनके सिद्धांत ने संज्ञानात्मक परिपक्वकता और नैतिक परिपक्वकता के बीच एक सहयोग का समर्थन किया है।
(b) इस सिद्धांत में विस्तृत परीक्षण प्रक्रियाएँ हैं।
(c) यह नैतिक तर्क और कार्यवाही के बीच एक स्पष्ट संबंध स्थापित करता है।
(d) उनका विश्वास है कि बच्चे नैतिक दार्शनिक हैं।
Ans. (a)
113. निम्नलिखित वर्णन को पढ़िए तथ कोह्लबर्ग के नैतिक तर्क की अवस्था को पहचानिए। वर्णन : अंत:करण के स्व−चयनित नैतिक सिद्धांतों के द्वारा सही कार्य परिभाषित किया जाता है जो कानून एवं सामाजिक समझौते पर ध्यान दिए बिना सम्पूर्ण मानवता के लिए वैध होता है।
(a) सामाजिक−अनुबंधन अभिविन्यास
(b) सामाजिक − क्रम व्यवस्था अभिविन्यास
(c) सार्वभौम नैतिक सिद्धांत अभिविन्यास
(d) यंत्रीय उद्देश्य अभिविन्यास
Ans. (c)
114. एक बच्चा तर्क प्रस्तुत करता है कि हिंज को दवाई की चोरी नहीं करनी चाहिए (वह दवाई जो उसकी पत्नी की जान बचाने के लिए जरूरी है)‚ क्योंकि यदि वह ऐसा करता है तो उसे पकड़ा जाएगा और जेल भेज दिया जाएगा। कोलबर्ग के अनुसार वह बच्चा नैतिक समझ की किस अवस्था के अंतर्गत आता है?
(a) सामाजिक-क्रम नियंत्रक अभिविन्यास
(b) दण्ड एवं आज्ञापालन अभिविन्यास
(c) सार्वभौम नैतिक सिद्धांत अभिविन्यास
(d) यंत्रीय उद्देश्य अभिविन्यास
Ans : (b)
115. निम्नलिखित में से कौन सी लॉरेंस कोह्लबर्ग के द्वारा प्रस्तावित नैतिक विकास की एक अवस्था है?
(a) मूर्त संक्रियात्मक अवस्था
(b) उद्योग बनाम अधीनता अवस्था
(c) प्रसुप्ति अवस्था
(d) सामाजिक अनुबंध अभिविन्यास
Ans. (d)
116. नूर विद्यालय में अपना लंच बॉक्स लाना भूल गई तथा यह कहते हुए तान्या से उसका लंच साझा करने के लिए कहा‚ ‘‘तुम्हें आज अपना लंच मेरे साथ साझा करना चाहिए क्योंकि कल मैंने तुम्हारे साथ अपना लंच साझा किया था।’’ लॉरेंस कोह्लबर्ग के नैतिक विकास के सिद्धांत के अनुसार नूर का कथन ……….. अभिविन्यास प्रारूप को …….. अवस्था पर दर्शाता है।
(a) आज्ञापालन; पूर्व-परम्परागत
(b) अच्छा होना; परम्परागत
(c) आदान-प्रदान; परम्परागत
(d) कानून एवं व्यवस्था; पश्च-परम्परागत
Ans. (c)
(1) पूर्व परम्परागत स्तर
(1) आत्म केन्द्रित निर्णय
(2) दण्ड तथा आज्ञापालन अभिमुखता
(3) यांत्रिक सापेक्षिक अभिमुखता
(2) परम्परागत स्तर
1. परस्पर एकरूप अभिमुखता
2. अधिकार संरक्षण अभिमुखता
(3) उत्तर परम्परागत स्तर 1.सामाजिक अनुबंध विधि सम्मत अभिमुखता
2. सार्वभौमिक नैतिक सिद्धान्त अभिमुखता
118. कोह्लबर्ग के अनुसार वह स्तर जिसमें बालक की नैतिकता दंड के भय से नियंत्रित रहती है‚ कहलाती है−
(a) पूर्व-नैतिक अवस्था (b) परम्परागत नैतिक स्तर
(c) आत्म-स्वीकृत नैतिक अवस्था (d) नैतिकता स्तर
Ans: (a)
119. कोह्लबर्ग के नैतिक विकास के सिद्धान्त एवं उसकी विभिन्न स्तरों के अनुसार निम्न में से कौन-सा सोपान उनके द्वारा प्रतिपादित नहीं है?
(a) आत्मकेन्द्रित निर्णय
(b) परस्पर एकरूप अभिमुखता
(c) वैयक्तिकता व विनिमय अभिमुखता
(d) सामाजिक अनुबंध विधिसम्मत अभिमुखता
Ans: (c)
120. कोह्लबर्ग के नैतिक विकास के सिद्धान्त के अनुसार निम्न अवस्था में लोगों की आशा तथा इच्छाएँ पूरी करने के सन्दर्भ में सही या गलत का निर्णय लेता है
(a) अवस्था-1 (b) अवस्था-2
(c) अवस्था-3 (d) अवस्था-4
Ans: (b)
121. रोहित ने अजय की डेस्क से ली हुई पेंसिल वापस रख दी क्योंकि उसे पकड़े जाने पर सजा मिलने का डर था। यह कोह्लबर्ग के किस स्तर को बताता है?
(a) पूर्व-परम्परागत स्तर (b) परम्परागत स्तर
(c) उत्तर-परम्परागत स्तर (d) पूर्व-संक्रियात्मक स्तर
Ans: (a)
122. 9 वर्ष के बालक की नैतिक तर्कणा आधारित होती है−
(a) किसी कार्य के भौतिक परिणाम उसकी अच्छाई या बुराई को निर्धारित करते हैं
(b) कोई कार्य सही होना इस बात पर निर्भर करता है कि उससे व्यक्ति को अपनी आवश्यकता पूर्ति होती है
(c) नियमों का पालन करने के बदले में कुछ लाभ मिलना चाहिए
(d) सही कार्य वह है जो उस व्यक्ति के द्वारा किया जाये जो अन्य व्यक्तियों को अपने व्यवहार से प्रभावित करता है।
Ans: (a)
123. लॉरेन्स कोह्लबर्ग के नैतिक तर्क के सिद्धांत की अनेक बातों के लिए आलोचना की जाती है। इस आलोचना के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन−सा कथन सही है?
(a) अपनी सैद्धान्तिक रूपरेखा पर पहुंचने के लिए कोह्लबर्ग ने पियाजे के सिद्धांतों को दोहराया है।
(b) कोह्लबर्ग ने नैतिक तर्क के प्रत्येक सोपान के लिए विशेष उत्तर नहीं दिया है।
(c) कोह्लबर्ग का सिद्धांत बच्चों के प्रत्युत्तरों पर ध्यान केन्द्रित नहीं करता।
(d) कोह्लबर्ग ने अपने अध्ययन को मूलत: पुरुषों के नमूनों का आधृत रखा है।
Ans : (d)
124. कोह्लबर्ग के अनुसार‚ बच्चे सीखते हैं
(a) संज्ञानात्मक विकास के चरण
(b) शारीरिक विकास के चरण
(c) संवेगात्मक विकास के चरण
(d) नैतिक विकास के चरण
Ans : (d)
125. कोह्लबर्ग के अनुसार सही और गलत प्रश्न के बारे में निर्णय लने में शामिल चिंतन−प्रक्रिया को कहा जाता है−
(a) नैतिक दुविधा (b) सहयोग की नैतिकता
(c) नैतिक तर्कणा (d) नैतिक यथार्थवाद
Ans : (c)
126. एक बच्चा तर्क प्रस्तुत करता है ‘‘आप यह मेरे लिए करें और मैं वह आपके लिए करूँगा।’’ यह बच्चा कोह्लबर्ग की नैतिक तर्कणा की किस अवस्था के अन्तर्गत आएगा?
(a) ‘अच्छा लड़का−लड़की’ अभिमुखीकरण
(b) सामाजिक−अनुबन्ध अभिमुखीकरण
(c) सहायक उद्देश्य अभिमुखीकरण
(d) दण्ड और आज्ञापालन अभिमुखीकरण
Ans : (d)
127. आप एक शिक्षिका/शिक्षक के रूप में ‘रैगिंग और धमकाने’ के सख्त विरोधी हैं तथा इस सन्दर्भ में विद्यालय में पोस्टर लगवाते हैं तथा समिति बनवाते हैं। आपसे जुड़ने वाले किशोर जो इस विचार के दृढ़ विश्वासी हैं। निम्नलिखित में से किस स्तर पर होंगे?
(a) पारम्परिक
(b) पूर्व पारम्परिक
(c) उत्तर पारम्परिक
(d) सामाजिक व्यवस्था बनाए रखने वाला
Ans : (c)
128. निम्नलिखित में से कौन−सा कोह्लबर्ग के नैतिक विकास के चरणों का लक्षण है?
(a) सभी संस्कृतियों से सम्बद्ध चरणों की सार्वभौम शृंखला
(b) विभिन्न चरण एक गैर−पदानुक्रम रूप में आगे की ओर बढ़ते हैं
(c) चरणों का परिवर्तनशील अनुक्रम
(d) विभिन्न चरण अलग−अलग प्रत्युत्तर हैं न कि सामान्य प्रतिमान
Ans : (a)
129. कोह्लबर्ग के सिद्धांत की एक प्रमुख आलोचना क्या है?
(a) कोह्लबर्ग ने बिना किसी अनुभूतिमूलक आधार के सिद्धांत प्रस्तुत किया
(b) कोह्लबर्ग ने नैतिक विकास की स्पष्ट अवस्थाओं का उल्लेख नहीं किया
(c) कोह्लबर्ग ने प्रस्ताव दिया कि नैतिक तार्किकता विकासात्मक है
(d) कोह्लबर्ग ने पुरुषों एवं महिलाओं की नैतिक तार्किकता में सांस्कृतिक विभिन्नताओं को महत्त्व नहीं दिया
Ans : (d)
130. कोह्लबर्ग के अनुसार किस अवस्था में नैतिकता बाह्य कारकों द्वारा निर्धारित होती है?
(a) पूर्व पारम्परिक अवस्था
(b) पारम्परिक अवस्था
(c) पश्चात् पारम्परिक अवस्था
(d) उपरोक्त में से कोई नहीं
Ans : (b)
131. कोह्लबर्ग का विकास सिद्धान्त निम्न में से किससे सम्बन्धित है?
(a) भाषा विकास (b) संज्ञानात्मक विकास
(c) नैतिक विकास (d) सामाजिक विकास
Ans : (c)
132. किसी बच्चे का दिया गया विशिष्ट उत्तर कोह्लबर्ग के नैतिक तर्क के सोपानों की विषयवस्तु के किस सोपान के अंतर्गत आएगा? ‘‘यदि आप ईमानदार हैं‚ तो आपके माता-पिता आप पर गर्व करेंगे। इसलिए आपको ईमानदार रहना चाहिए।’’
(a) दंड-आज्ञाकारिता अनुकूलन
(b) सामाजिक संकुचन अनुकूलन
(c) अच्छी लड़की-अच्छा लड़का अनुकूलन
(d) कानून और व्यवस्था अनुकूलन
Ans : (c)
133. कोहलवर्ग ने प्रस्तुत किये हैं।
(a) संज्ञानात्मक विकास के चरण
(b) शारीरिक विकास के चरण
(c) संवेगात्मक विकास के चरण
(d) नैतिक विकास के चरण
Ans : (d)
134. निम्नलिखित में से किस एक जोड़े का मिलान ठीक हुआ है?
(a) दंड देना और आज्ञापालन अभिविन्यास-नियम तय नहीं है‚ किंतु समाज के हित में बदले जा सकते हैं
(b) सामाजिक संविदा अभिविन्यास-किसी कार्य के भौतिक परिणाम निर्धारित करते हैं कि वह अच्छा है या बुरा
(c) अच्छा लड़का व अच्छी लड़की अभिविन्यास-अच्छा बनकर कोई स्वीकृति प्राप्त करता है
(d) नियम और आदेश अभिविन्यास-मानवाधिकारों के मूल्य के आधार पर नैतिक सिद्धान्त स्वयं चुने जाते हैं
Ans : (c)
135. लॉरेन्स कोह्लबर्ग के सिद्धान्त में कौन-सा स्तर नैतिकता की अनुपस्थिति को सही अर्थ में सूचित करता है?
(a) स्तर III (b) स्तर IV
(c) स्तर I (d) स्तर II
Ans: (c)
136. कोह्लबर्ग के सिद्धान्त के पूर्व-परम्परागत स्तर के अनुसार‚ कोई नैतिक निर्णय लेते समय एक व्यक्ति निम्नलिखित में से किस तरफ प्रवृत्त होगा?
(a) अंतर्निहित संभावित दंड
(b) व्यक्तिगत आवश्यकताएँ तथा इच्छाएँ
(c) व्यक्तिगत मूल्य
(d) पारिवारिक अपेक्षाएँ
Ans : (a)
137. एक शिक्षिका अपनी कक्षा में कहती है‚ ‘‘सभी प्रकार के प्रदत्त कार्यों (assignments) का निर्माण इस प्रकार किया गया है कि प्रत्येक विद्यार्थी अधिक प्रभावशाली ढंग से सीख सके अत: सभी विद्यार्थी बिना किसी अन्य की सहायता से अपना कार्य पूर्ण करें।’’ वह कोह्लबर्ग के किस नैतिक विकास के चरण की ओर संकेत दे रही है?
(a) औपचारिक चरण- 4 कानून और व्यवस्था
(b) पर – औपचारिक चरण-5 सामाजिक संविदा
(c) पूर्व – औपचारिक चरण-1 दण्ड परिवर्जन
(d) पूर्व – औपचारिक चरण-2 वैयक्तिक और विनियम
Ans : (a)
138. निम्नलिखित में से कौन-सा कोह्लबर्ग के नैतिक विकास के चरणों का लक्षण है?
(a) चरणों का परिवर्तनशील अनुक्रम
(b) विभिन्न चरण अलग-अलग प्रत्युत्तर हैं न कि सामान्य प्रतिमान
(c) सभी संस्कृतियों से सम्बद्ध चरणों की सार्वभौम श्रृंखला
(d) विभिन्न चरण एक गैर-पदानुक्रम रूप में आने की ओर बढ़ते हैं
Ans: (c)
139. लॉरेंस कोह्लबर्ग के द्वारा प्रस्तावित निम्नलिखित चरणों में से प्राथमिक विद्यालयों के बच्चे किन चरणों का अनुसरण करते हैं?
A. आज्ञापालन और दण्ड-उन्मुखीकरण
B. वैयक्तिकता और विनिमय
C. अच्छे अंत:वैयक्तिक सम्बन्ध
D. सामाजिक अनुबंध और व्यक्तिगत अधिकार
(a) A और B (b) B और D
(c) A और D (d) A और C
Ans: (a)
140. करनैल सिंह कानूनी कार्यवाही तथा खर्चे के बावजूद आयकर नहीं देते। वे सोचते हैं कि वे एक भ्रष्ट सरकार को समर्थन नहीं दे सकते जो अनावश्यक बाँधों के निर्माण पर लाखों रुपए खर्च करती है। वे सम्भवत: कोह्लबर्ग के नैतिक विकास की किस अवस्था में हैं?
(a) पश्च-परंपरागत (b) पूर्व पारंपरागत
(c) परा-परंपरागत (d) परंपरागत
Ans: (a)
141. कोह्लबर्ग के अनुसार‚ शिक्षक बच्चों में नैतिक मूल्यों का विकास कर सकता है
(a) धार्मिक शिक्षा को महत्व देकर
(b) व्यवहार के स्पष्ट नियम बनाकर
(c) नैतिक मुद्दों पर आधारित चर्चाओं में उन्हें शामिल करके
(d) ‘कैसे व्यवहार किया जाना चाहिए’ इस पर कठोर निर्देश देकर
Ans: (c)
142. निम्नलिखित में से कौन सा अनुकूलन (ओरिएंटेशन)‚ कोह्लबर्ग के अनुसार पारंपरिक नैतिकता के चरण के अंतर्गत आता है?
(a) दण्ड एवं आज्ञा के प्रति अनुकूलन (ओरिएंटेशन)
(b) सामाजिक सहानुभूति और विवेक
(c) सार्वभौमिक नैतिक मूल्यों की नैतिकता
(d) सहायक उद्देश्य और विनिमय
Ans. (b)
143. कोह्लबर्ग के अनुसार नैतिक विकास में पहला चरण क्या है?
(a) पूर्व−परम्परागत नैतिकता
(b) पेरी−पराम्परागत नैतिकता
(c) परम्परागत नैतिकता
(d) पश्चपरम्परागत नैतिकता
Ans. (a)
144. ……….. नैतिक विकास चरण में माता-पिता और बड़ों की सामाजिक और राजनीतिक मान्यताओं पर सवाल उठा सकता है।
(a) पश्च-पारंपरिक (b) औपचारिक पारंपरिक
(c) पूर्व-पारंपरिक (d) पारंपरिक
Ans. (a)
145. ब्रूनर की प्रतिबिम्बात्मक अवस्था पियाजे के संज्ञानात्मक विकास की किस अवस्था से मिलती जुलती है?
(a) औपचारिक संक्रियात्मक अवस्था
(b) पूर्व संक्रियात्मक अवस्था
(c) मूर्त संक्रियात्मक अवस्था
(d) संवेगात्मक गामक अवस्था
Ans. (b)
146. निम्न में से कौन−सी अवस्था ब्रूनर के संज्ञानात्मक विकास सिद्धांत का अंग नहीं है?
(a) आन्त प्रज्ञ अवस्था (b) प्रतिबिम्बात्मक अवस्था
(c) संकेतात्मक अवस्था (d) क्रियात्मक अवस्था
Ans. (a)
147. ………… एक सक्रिय प्रक्रिया के रूप में अधिगम के विचार को समाहित करता है जहाँ वे सीखने वाले अपने वर्तमान ज्ञान के साथ-साथ अपने पिछले ज्ञान के आधार पर नए विचार बनाने में सक्षम होते हैं−
(a) निर्माणवाद पर जॉन डेवी का सिद्धांत
(b) निर्माणवाद पर लेव वाइगोत्सकी का सिद्धांत
(c) निर्माणवाद पर जीन पियाजे का सिद्धांत
(d) निर्माणवाद पर जेरोम ब्रूनर का सिद्धांत
Ans : (d)
148. वायगोत्स्की के अनुसार बच्चे स्वयं से क्यों बोलते है?
(a) बच्चे अपने प्रति वयस्कों का ध्यान आकर्षित करने के लिए बोलते हैं।
(b) बच्चे स्वभाव से बहुत बातूनी होते हैं।
(c) बच्चे अहंकेंद्रित होते है।
(d) बच्चे अपने कार्य को दिशा देने के लिए बोलते हैं।
Ans: (d)
149. भाषा के विकास में ‘आंतरिक भाषण’ की अवधारणा इनके द्वारा आरंभ की गई थी;
(a) पियाजे (b) चोम्स्की
(c) वाइगोत्स्की (d) स्किनर
Ans. (c)
150. निकटवर्ती विकास का क्षेत्र संदर्भित करता है−
(a) उस चरण को‚ जब अधिकतम विकास संभव है
(b) उस विकासात्मक चरण को‚ जब बच्चा सीखने की पूरी ़िजम्मेदारी लेता है
(c) एक संदर्भ को‚ जिसमें बच्चे सहयोग के सही स्तर के साथ कोई कार्य लगभग स्वयं कर सकते हैं
(d) उस सीखने के बिन्दु को‚ जब सहयोग वापस लिया जा सकता है
Ans. (c)
151. ‘‘एक उचित प्रश्न/सुझाव के द्वारा बच्ची की समझ को उस बिंदु से बहुत आगे ले जाया जा सकता है जिस पर वह अकेले पहुँच सकती है।’’ निम्नलिखित में से कौन सी संरचना उपरोक्त कथन को प्रकाशित करती है?
(a) साम्यधारण
(b) संरक्षण
(c) बुद्धि
(d) समीपस्थ/निकटस्थ विकास का क्षेत्र
Ans. (d)
152. लेव वायगोट्स्की के अनुसार‚ आधारभूत मानसिक क्षमताओं को मुख्य रूप से किसके द्वारा उच्चतर संज्ञानात्मक प्रक्रियाओं में बदला जाता है?
(a) सामाजिक पारस्परिक क्रिया
(b) उद्दीपन−अनुक्रिया संबंध
(c) अनुकूलन एवं संघटन
(d) पुरस्कार एवं दण्ड
Ans. (a)
153. मौखिक संवाद जो बच्चे अपने आप से करते हैं‚ उन्हें लेव वायगोत्सकी क्या कहते हैं−
(a) व्यक्तिगत वार्ता (b) भ्रांत वार्ता
(c) समस्यात्मक वार्ता (d) अहंकेंद्रित वार्ता
Ans : (a)
154. जिग-सॉ पहेली को करते समय 5 वर्ष की नज्मा स्वयं से कहती है‚ ‘‘नीला टुकड़ा कहाँ है? नहीं‚ यह वाला नहीं‚ गाढ़े रंग वाला जिससे यह जूता पूरा बन जाएगा’’ इस प्रकार की वार्ता को वायगोट्स्की किस तरह संबोधित करते हैं?
(a) पाड़ (ढाँचा) (b) आत्मकेन्द्रित वार्ता
(c) व्यक्तिगत वार्ता (d) जोर से बोलना
Ans. (c)
155. बच्चों को संकेत देना तथा आवश्यकता पड़ने पर सहयोग प्रदान करना‚ निम्नलिखित में से किसका उदाहरण है?
(a) मॉडलिंग (b) पाड़ (ढाँचा)
(c) प्रबलन (d) अनुबंधन
Ans. (b)
156. ……. के अनुसार‚ बच्चों के चिंतन के बारे में सामाजिक प्रक्रियाओं तथा सांस्कृतिक संदर्भ के प्रभाव को समझना आवश्यक है।
(a) जीन पियाजे (b) लेव वायगत्स्की
(c) अलबर्ट बैन्डुरा (d) लॉरेंस कोह्लबर्ग
Ans. (b)
157. वायगोत्स्की के अनुसार‚ जब एक वयस्क बच्चे के निष्पादन के वर्तमान स्तर को सहयोग द्वारा विस्तारित करता है तो इसे क्या कहते हैं ?
(a) समीपस्थ विकास का क्षेत्र (b) पाड़ (ढांचा)
(c) अंत: व्यक्तिनिष्ठता (d) खोजपूर्ण अधिगम
Ans. (b)
158. ‘जोन ऑफ प्रॉक्सिमल डेवलपमेन्ट (ZPD) का प्रत्यय दिया गया-
(a) बन्डूरा द्वारा (b) पियाजे द्वारा
(c) स्किनर द्वारा (d) वांइगोट्स्की द्वारा
Ans: (d)
159. वाइगोत्स्की (Vygotsky) ने बाल विकास के बारे में कहा कि
(a) यह संस्कारों की आनुवांशिकी के कारण होता है
(b) यह सामाजिक अन्तर्क्रियाओं का उत्पाद होता है
(c) औपचारिक शिक्षा का उत्पाद होता है
(d) यह समावेशन और समायोजन का परिणाम होता है
Ans: (b)
160. मनोवैज्ञानिक वाइगोत्सकी कहाँ के थे?
(a) जापान (b) रूस
(c) फ्रांस (d) चीन।
Ans: (b)
161. लेव वाइगोत्स्की के अनुसार‚ संज्ञानात्मक विकास का मूल कारण है−
(a) सामाजिक अन्योन्यक्रिया
(b) मानसिक प्रारूपों (स्कीमाज) का समायोजन
(c) उद्दीपक−अनुक्रिया युग्मन
(d) संतुलन
Ans : (a)
162. वाइगोत्सकी के अनुसार बच्चे स्वयं से क्यों बोलते हैं?
(a) बच्चे अपने प्रति वयस्कों का ध्यान आकर्षित करने के लिए बोलते हैं
(b) बच्चे स्वभाव से बहुत बातूनी होते हैं
(c) बच्चे अहंकेन्द्रित होते हैं
(d) बच्चे अपने कार्य को दिशा देने के लिए बोलते हैं
Ans : (d)
163. यह तथ्य कि बच्चों को सांस्कृतिक रूप से प्रांसगिक ज्ञान की आवश्यकता होती है। निम्नलिखित में से किस व्यक्ति से सम्बन्धित है?
(a) चाल्र्स डार्विन (b) बी एफ स्किनर
(c) यूरी ब्रोनफैनब्रैनर (d) लिव वाइगोत्सकी
Ans : (d)
164. लेव वाइगोत्स्की के अनुसार संज्ञानात्मक विकास का मूल कारण है−
(a) संतुलन
(b) सामाजिक अन्योन्यक्रिया
(c) मानसिक प्रारूपों (स्कीमा़ज) का समायोजन
(d) उद्दीपक-अनुक्रिया युग्मन
Ans : (b)
165. निम्नलिखित में से कौन-सा कथन भाषा और विचार के बारे में पियाजे और वाइगोत्स्की के दृष्टिकोण का सही वर्णन करता है?
(a) दोनों भाषा को बच्चे के विचारों से जन्म लेती हुई मानते हैं।
(b) वाइगोत्स्की के अनुसार पहले विचार जन्म लेता है और पियाजे के अनुसार भाषा का विचार पर भारी प्रभाव पड़ता है।
(c) पियाजे के अनुसार पहले विचार जन्म लेता है और वाइगोत्स्की के अनुसार भाषा का विचार पर भारी प्रभाव पड़ता है।
(d) दोनों मानते हैं कि बच्चे की भाषा से विचार जन्म लेते हैं।
Ans : (c)
166. लेव वाइगोत्स्की के अनुसार−
(a) बच्चे भाषा अर्जन की एक युक्ति से कोई भाषा सीखते हैं
(b) वयस्कों और साथियों से अन्योन्यक्रिया करने का भाषा के विकास में कोई प्रभाव नहीं पड़ता
(c) भाषिक विकास मानव चिंतन के स्वभाव को बदल देता है
(d) भाषिक विकास में संस्कृति की भूमिका बहुत कम होती है
Ans : (c)
167. वाइगोत्स्की की संस्तुति के अनुसार‚ बच्चों की ‘व्यक्तिगत वाक्’ की संकल्पना
(a) स्पष्ट करती है कि बच्चे अहं-केंद्रित होते हैं
(b) प्रदर्शित करती है कि बच्चे बुद्धू होते हैं इसलिए उन्हें प्रौढ़ों के निर्देशन की आवश्यकता होती है
(c) प्रदर्शित करती है कि बच्चे अपने-आप से प्यार करते हैं
(d) स्पष्ट करती है कि बच्चे अपने ही कार्यों के निर्देशन के लिए भाषा का उपयोग करते हैं।
Ans : (d)
168. वाइगोत्स्की तथा पियाजे के परिप्रेक्ष्यों में एक प्रमुख विभिन्नता है –
(a) व्यवहारवादी सिद्धान्तों की उनकी आलोचना।
(b) बच्चों को एक पालन-पोषण का परिवेश उपलब्ध कराने की भूमिका।
(c) भाषा एवं चिंतन के बारे में उनके दृष्टिकोण।
(d) ज्ञान के सक्रिय निर्माताओं के रूप में बच्चों की संकल्पना
Ans: (c)
169. वाइगोत्स्की के सिद्धान्त में‚ विकास के निम्नलिखित में से कौन-से पहलू की उपेक्षा होती है?
(a) सांस्कृतिक (b) जैविक
(c) भाषायी (d) सामाजिक
Ans: (b)
170. वाइगोत्सकी के सामाजिक-सांस्कृतिक सिद्धान्त के अनुसार –
(a) संस्कृति और भाषा संज्ञानात्मक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं
(b) बच्चे अलग क्षेत्र में चिंतन करते हैं और वे पूर्ण परिप्रेक्ष्य नहीं लेते
(c) यदि निम्न आयु पर अमूर्त सामग्री को प्रस्तुत किया जाए तो बच्चे अमूर्त तरीके से चिंतन करते हैं
(d) स्व-निर्देशित वाक् सहयोग का निम्नतम स्तर है
Ans: (a)
171. वाइगोत्स्की के अनुसार‚ समीपस्थ विकास का क्षेत्र है –
(a) अध्यापिका के द्वारा दिए गए सहयोग की सीमा निर्धारित करना।
(b) बच्चे के द्वारा स्वतंत्र रूप से किए जा सकने वाले तथा सहायता के साथ करने वाले कार्य के बीच अंतर।
(c) बच्चे को अपना सामथ्र्य प्राप्त करने के लिए उपलब्ध कराए गए सहयोग की मात्रा एवं प्रकृति।
(d) बच्ची अपने आप क्या कर सकती है जिसका आकलन नहीं किया जा सकता है।
Ans: (b)
172. जब वयस्क सहयोग से सामंजस्य कर लेते हैं‚ तो वे बच्चे के वर्तमान स्तर के प्रदर्शन को संभावित क्षमता के स्तर के प्रदर्शन की तरफ प्रगति क्रम को सुगम बनाते हैं‚ इसे कहा जाता है−
(a) समीपस्थ विकास (b) सहयोग देना
(c) सहभागी अधिगम (d) सहयोगात्मक अधिगम
Ans : (a)
173. कोई 5 साल की लड़की एक टी-शर्ट को तह करते हुए अपने आप से बात करती है। लड़की द्वारा प्रदर्शित व्यवहार के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सही है?
(a) जीन पियाजे और लेव वाइगोत्स्की इसकी व्याख्या बच्चे के विचारों की अहंकेंद्रित प्रकृति के रूप में करेंगे।
(b) जीन पियाजे इसे अहंकेंद्रित भाषा कहेगा और लेव वाइगोत्स्की इसकी व्याख्या बच्चे के द्वारा निजी भाषा से अपनी क्रियाओं को नियमित करने के प्रयासों के रूप में करेगा।
(c) जीन पियाजे इसकी व्याख्या सामाजिक अन्योन्यक्रिया के रूप में करेगा और लेव वाइगोत्स्की इसे खोजबीन मानेगा।
(d) जीन पियाजे और लेव वाइगोत्स्की इसकी व्याख्या बच्चे के द्वारा अपनी माँ के अनुकरण के रूप में करेंगे।
Ans : (b)
174. पियाजे ने विकास को नियंत्रित करने वाले जैविक कारकों को महत्व दिया‚ जबकि वाइगोत्स्की ने इसके महत्व का कारण बताया:
(a) चिंतन प्रक्रिया (b) सामाजिक संपर्क
(c) भौतिक कारक (d) पर्यावरणीय कारक
Ans. (b)
175. किस प्रसिद्ध प्रोफेसर ने प्रतिपादित किया कि बच्चे सामाजिक संबंधों के कारण‚ आत्मकेन्द्रित स्थिति से समाज केन्द्रित की ओर बढ़ते हैं?
(a) जॉन डूई (b) लेव वाइगोत्सकी
(c) जीन पियाजे (d) हावर्ड गार्डनर
Ans. (b)
176. वाइगोत्सकी के सामाजिक विकास सिद्धांत में तीन प्रमुख विषय हैं :
(a) संज्ञानात्मक प्रशिक्षुता‚ सामाजिक सहभागिता और पारस्परिक निर्धारणवाद
(b) संज्ञानात्मक प्रशिक्षुता वैध परिधीय भागीदारी‚ समीपस्थविकास का क्षेत्र
(c) पारस्परिक निर्धारणवाद‚ प्रोत्साहन और दंड‚ शास्त्रीय अनुकूलन (क्लासिकल कंडीशनिंग)
(d) सामाजिक सहभागिता‚ समीपस्थ विकास का क्षेत्र‚ अन्य अधिक ज्ञान संपन्न
Ans. (d)
177. निकटस्थ विकास के क्षेत्र की अवधारणा का प्रस्ताव किसने रखा?
(a) अब्राहम मास्लो (b) लेव वाइगोत्सकी
(c) कार्ल रोजर्स (d) अल्बर्ट बण्डुरा
Ans. (b)