भारत में यातायात के अनेक साधन है जिनमें सड़क‚ रेल‚ वायु तथा जल आदि शामिल हैं। इनमें प्रमुख साधन हैं− सड़कें‚ रेलमार्ग‚ आन्तरिक जलमार्ग।
सड़क यातायात
− भारत दुनिया के सबसे बड़ी सड़क प्रणाली वाले देशों में से एक है। बस‚ टैक्सी‚ कार‚ जीप आदि सड़कमार्ग के प्रमुख साधन हैं।
• राष्ट्रीय राजमार्ग− यह राज्यों की राजधानियों को आपस में जोड़ता है।
• राजकीय राजमार्ग− ये राज्यों को राष्ट्रीय राजमार्ग से जोड़ते हैं।
• जिला सड़क− यह एक राज्य के विभिन्न जिलों को जोड़ती है।
• ग्राम सड़क− यह राज्य के जिलों के गाँवों को जिला सड़क से जोड़ती है।
• स्वर्णिम चतुर्भुज− यह भारत के चार महानगर दिल्ली‚ कोलकाता‚ चेन्नई और मुम्बई को जोड़ता है।
• गलियारा− उत्तर−दक्षिण गलियारा श्रीनगर (कश्मीर) से कन्याकुमारी (तमिलनाडु) तक है और पूर्व−पश्चिम गलियारा सिलचर (असम) से पोरबंदर (गुजरात) तक है। ये दोनों गलियारे झाँसी (उत्तर प्रदेश) में मिलते हैं।
• भारत का सबसे लम्बा राष्ट्रीय राजमार्ग−7 है जो उत्तर प्रदेश में 128 किमी‚ मध्य प्रदेश में 504 किमी‚ महाराष्ट्र में 232 किमी‚ आन्ध्र प्रदेश में 753 किमी‚ कर्नाटक में 125 किमी‚ तमिलनाडु में 627 किमी (कुल 2‚369 किमी) लम्बी है।
नोट− वर्तमान समय में भारत का सबसे लम्बा राष्ट्रीय राजमार्ग NH-44 है। इस राजमार्ग का पुराना नाम NH-7 था। यह राजमार्ग भारत के उत्तर (श्रीनगर‚ जम्मू कश्मीर) से भारत के दक्षिणी छोर
(कन्याकुमारी तमिलनाडु) तक जाता है। इस राष्ट्रीय राजमार्ग की लम्बाई 3745 किमी है।
यह राजमार्ग जम्मू−कश्मीर से शुरू होकर पंजाब‚ हरियाणा‚ दिल्ली‚ उत्तर प्रदेश‚ मध्य प्रदेश‚ महाराष्ट्र‚ तेलंगाना‚ आन्ध्र प्रदेश व कर्नाटक से गुजर कर तमिलनाडु जाता है। राष्ट्रीय राजमार्ग 44 में निम्न पुराने राष्ट्रीय राजमार्ग शामिल है− NH–1A श्रीनगर से पंजाब NH-1 पंजाब हरियाणा से दिल्ली तक NH-2 दिल्ली से आगरा तक NH-3 आगरा से ग्वालियर तक NH-75 व NH-26 ग्वालियर से झाँसी NH-7 वाराणसी से नागपुर‚ निजामाबाद‚ हैदराबाद‚ बंगलुरु‚ मदुरै जैसे शहरो से कन्याकुमारी तक।
कुछ प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्ग राष्ट्रीय राजमार्ग कहाँ से कहाँ तक कुल लम्बाई (किमी)
NH-1 दिल्ली-अमृतसर (पाक सीमा तक) 1226
NH-2 दिल्ली-कोलकाता 1490
NH-3 आगरा-मुम्बई 1161
NH-4 मुम्बई-चेन्नई 1415
NH-5 कोलकाता-चेन्नई 1610
NH-6 धुले−कोलकाता 1945
NH-44 श्रीनगर− कन्याकुमारी 3745
NH-8 दिल्ली-जयपुर-मुम्बई 2058
NH-9 मुम्बई−विजयवाड़ा 841
NH-10 दिल्ली−फजिल्का 403
NH-28 बरौनी−लखनऊ 570
• राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 1 और 2 को सम्मिलित रूप से ग्रांड ट्रंक रोड (G.T. Road) या शेरशाह सूरी मार्ग कहते हैं।
• भारत का सबसे छोटा राष्ट्रीय राजमार्ग 47-A (लगभग 6 किमी) है। यह केरल के बेम्बनाद झील में स्थित बेलिंगटन द्वीप पर है।
• राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 1A में जवाहर सुरंग स्थित है। यह राजमार्ग जालंधर से जम्मू व श्रीनगर होते हुए उरी तक जाती है। जम्मू व श्रीनगर को जोड़ने वाले बनिहाल दर्रे में ही जवाहर सुरंग स्थित है।
• भारत में सड़कों की सर्वाधिक लम्बाई महाराष्ट्र में है। दूसरे एवं तीसरे स्थान पर क्रमश: उत्तर-प्रदेश एवं ओडिशा है। सड़कों की न्यूनतम लम्बाई सिक्किम में है।
• विश्व का सबसे ऊँचा सड़क मार्ग लेह−श्रीनगर मार्ग है‚ जो काराकोरम दर्रे को पार करता है। 2006 में इसे राष्ट्रीय राजमार्ग ID (NH–ID) घोषित किया गया।
• भारत का सबसे लम्बा पुल भूपेन हजारिका पुल (ढोला− सदिया पुल) है। यह असम राज्य में है। (बिहार में स्थित महात्मा गाँधी सेतु पहले सबसे लम्बा पुल था)। इसकी लम्बाई 9.15 किमी. है। इस सेतु का निर्माण ब्रह्मपुत्र नदी की सहायक लोहित नदी पर किया गया है।
रेल परिवहन−
भारतीय रेल एशिया की सबसे बड़ी तथा विश्व की तीसरी सबसे बड़ी रेल व्यवस्था है। भारत में सर्वप्रथम रेलगाड़ी 16 अप्रैल‚ 1853
को मुम्बई और ठाणे के बीच चलाई गयी थी। यह दूरी 34 किमी थी। इसमें 14 डिब्बे लगे थे। रेलगाड़ी के डिब्बों को 1936 को वातानुकूलित किया गया। भारतीय रेलवे अधिनियम 1980 में पारित हुआ व भारतीय रेलवे का राष्ट्रीयकरण 1950 में हुआ। भारतीय रेलवे ने तीन प्रकार की ट्रेने चलायी।
1. पैसेन्जर 2. एक्सप्रेस 3. मेल (एक्सप्रेस)
सबसे कम किराया पैसेन्जर का लगता है जबकि मेल एक्सप्रेस का किराया सबसे अधिक लगता है।
भारतीय रेलवे में तीन प्रकार की पटरियाँ होती हैं−
1. बड़ी लाइन 2. छोटी लाइन 3. संकरी लाइन
• इंटरनेट के माध्यम से आरक्षण देने की सुविधा वर्ष 2004 से प्रारम्भ किया।
• रेलवे द्वारा 139 हेल्पलाइन नम्बर की शुरूआत 2007 में की गई।
• भारतीय रेलवे एशिया में दूसरी सबसे बड़ी रेल व्यवस्था व विश्व में चौथी सबसे बड़ी रेल व्यवस्था है।
• केन्द्रीय रेलवे मंत्री पीयूष गोयल व रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष विनोद कुमार हैं।
• विश्व की पहली रेलगाड़ी 1825 ई. में स्टॉकटन और डार्लिंगटन के बीच चली थी। इसके बाद 1830 में लिवरपुल और मैनचेस्टर को आपस में रेलमार्ग से जोड़ दिया गया।
• विश्व का सबसे लम्बा रेलमार्ग ट्रान्स− साइबेरियन रेलमार्ग है‚ जो लेनिनग्रांड से ब्लाडीवॉस्टक तक 9‚438 किमी. लम्बा है।
• देश के सबसे लम्बी दूरी तय करने वाली रेलगाड़ी विवेक एक्सप्रेस है‚ जो डिब्रूगढ़ (असम) से कन्याकुमारी (तमिलनाडु) तक जाती है। इस दौरान वह 4286 किमी दूरी तय करती है। इससे पहले हिमसागर एक्सप्रेस जो जम्मू−तवी से कन्याकुमारी (3726 किमी.) जाती है‚ सबसे लंबी दूरी तय करने वाली रेलगाड़ी थी।
• भारत में कुल 18 रेलवे जोन हैं।
रेलवे जोन मुख्यालय
रेलवे जोन | मुख्यालय |
उत्तर रेलवे | नई दिल्ली |
दक्षिण रेलवे | चेन्नई |
मध्य रेलवे | मुम्बई |
दक्षिण−पूर्व रेलवे | कोलकाता |
उत्तर−पूर्व रेलवे | मालेगाँव |
दक्षिण−पश्चिम रेलवे | हुबली |
उत्तर−मध्य रेलवे | इलाहाबाद |
पूर्वी तटीय रेलवे | भुवनेश्वर |
पश्चिमी रेलवे | चर्च गेट मुम्बई |
पूर्व रेलवे | कोलकाता |
दक्षिण−मध्य रेलवे | सिकन्दराबाद |
पूर्वोत्तर रेलवे | गोरखपुर |
पूर्व−मध्य रेलवे | हाजीपुर |
पश्चिम-मध्य रेलवे | जबलपुर |
उत्तर−पश्चिम रेलवे | जयपुर |
दक्षिण−पूर्व−मध्य रेलवे | बिलासपुर |
कोलकाता मेट्रो रेल | कोलकाता |
दक्षिण तटीय रेलवे | विशाखापट्टनम |
गोरखपुर (उत्तर प्रदेश) में स्थित है। इससे पूर्व खड़गपुर (833 मी.) (प. बंगाल) था।
• कोंकण रेलवे− यह रोहा (मुम्बई) से मंगलुरू (कर्नाटक) तक चलती है। इसकी लम्बाई 760 किमी है। इस रेलमार्ग पर सैकड़ों पुल एवं अनेक सुरंगे हैं क्योंकि यह रेलवे लाइन पहाड़ी क्षेत्र पश्चिमी घाट से गुजरती है।
• जम्मू− बारामुला रेलमार्ग− यह रेलमार्ग जम्मू से बारामुला तक है। इस रेलमार्ग पर अनेक स्टेशन (ऊधमपुर‚ कटरा‚ कीजागुंड‚ श्रीनगर और बारामुला) स्थित है। इसकी लम्बाई 342
किमी है।
• माउन्टेन रेलवे− भारत के पर्वतीय क्षेत्रों में छोटी रेलवे लाइन है और इन पर चलने वाली ट्रेनों को टॉय ट्रेन कहा जाता है। इन ट्रेनों को यूनेस्कों ने अपनी विश्व धरोहर सूची में शामिल किया है। ये रेलवे हैं−
• दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे− दार्जिलिंग हिमालय रेल जिसे ‘‘टाय ट्रेन’’ के नाम से भी जाना जाता है। भारत के पश्चिम बंगाल में न्यू जलपाईगुड़ी और दार्जिलिंग के बीच चलने वाली एक छोटी लाइन की रेलवे प्रणाली है। इसका निर्माण 1879 और 1881 के बीच किया गया था और इसकी कुल लम्बाई 78 किलोमीटर है।
• नीलगिरि माउन्टेन रेलवे− नीलगिरि भारत के तमिलनाडु में स्थित एक रेल प्रणाली है जिसे 1908 में ब्रिटिश राज के दौरान बनाया गया था। इस रेलवे का परिचालन आज भी भाप इंजनों द्वारा किया जाता है। जुलाई 2005 में यूनेस्कों ने नीलगिरि पर्वतीय रेल को दार्जिलिंग हिमालयी रेल के विश्व धरोहर स्थल के एक विस्तार के रूप में मान्यता दी थी और तब से इन्हें संयुक्त रूप से ‘‘भारत की पर्वतीय रेल’’ के नाम से जाना जाता है।
• कालका शिमला रेलवे− कालका शिमला रेलवे एक पर्वतीय रेल है जो कालका (हरियाणा) से शिमला (हिमाचल प्रदेश) के बीच चलती है। यूनेस्कों द्वारा 24 जुलाई 2008 को इसे विश्व धरोहर घोषित किया गया।
• कांगड़ा घाटी रेलवे− कांगड़ा घाटी रेलवे कांगडत्रा घाटी के उप हिमालयी क्षेत्र में स्थित है और भारत के हिमाचल प्रदेश में पठानकोट‚ पंजाब के जोगिन्दरसागर से 164 किमी की दूरी तय करती है। कांगड़ा घाटी रेलवे उत्तर रेलवे के फिरोजपुर डिवीजन में आती है।
यूनेस्को की सूची में भारतीय रेलवे
• दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे
• छत्रपति शिवाजी टर्मिनल
• नीलगिरि माउन्टेन रेलवे
• कालका शिमला रेलवे
मेट्रो रेल प्रणाली− देश में सबसे पहले मेट्रो रेल 1984 ई. में कोलकाता में चली थी। 25 दिसम्बर 2002 को दिल्ली में मेट्रो रेल की शुरूआत की गई। अब देश के बड़े शहर में मेट्रो रेल की शुरूआत हो रही है।
वायु परिवहन
− भारत के विशाल आकार‚ अनुकूल‚ जलवायु तथा विषम धरातल के कारण यहाँ वायुमार्गों का विकास तीव्र गति से होता है। आधुनिक परिवहन साधनों में वायु-परिवहन सबसे तीव्रगामी साधन है। भारत में वायु परिवहन की शुरूआत 1911 ई. में हुई।
वायु सेवाएँ निम्नलिखित दो निगमों के संरक्षण में चल रही हैं−
(1) इण्डियन एयरलाइन्स
(2) एयर इण्डिया इण्टरनेशनल भारत के प्रमुख अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे− इंदिरा गाँधी अन्तर्राष्ट्रीय अड्डा (नई दिल्ली)‚ शान्ताक्रुज (मुम्बई)‚ दमदम (कोलकाता)‚ मीनमबाक्कम अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (चेन्नई) आदि हैं।
एयर इंडिया प्रमुख तथ्य मुख्यालय नई दिल्ली निगमित कार्यालय मुम्बई शुभंकर महाराजा प्रतीक चिन्ह (logo) उड़ते हुए हंस में नारंगी रंग का कोणार्क चक्र संचार− अपने देश भारत ने संचार के क्षेत्र में अच्छी प्रगति की है। हमारी डाक संचार व्यवस्था‚ विश्व में सबसे बड़ी है। यह पत्र‚ पार्सल‚ किताबें‚ अखबार‚ बिजली व टेलीफोन के बिल आदि स्थल‚ जल या वायु परिवहन द्वारा लोगों तक बहुत जल्दी पहुँचाता है। हम लोग टेलीफोन (दूरभाष) और मोबाइल फोन का प्रयोग भी बातचीत के लिए करते हैं। इस व्यवस्था को दूर संचार कहते हैं।
भारतीय दूर संचार व्यवस्था‚ एशिया में सबसे आगे है। रेडियों व टेलीविजन के माध्यम से हम पूरे विश्व की जानकारियाँ घर बैठे प्राप्त कर लेते हैं। टेलीविजन‚ फिल्मों व सीरियलों द्वारा हमारा मनोरंजन भी करता है। टेलीकान्फ्रेन्सिंग और वीडियो कान्फ्रेन्सिंग द्वारा हम बहुत दूर बैठे किसी व्यक्ति से इस प्रकार बात कर लेते हैं‚ जैसे वह हमारे सामने बैठा हो।
टेलीविजन में कार्यक्रम निर्धारित होते हैं और हमें उन्हें ही देखना होता है‚ लेकिन कम्प्यूटर ऐसा साधन है जिसमें हम इंटरनेट पर जाकर अपनी इच्छानुसार कार्यक्रम देख सकते हैं‚ सूचनाओं का आदान−प्रदान कर सकते हैं‚ विश्व के प्रत्येक क्षेत्र की नवीनतम जानकारियाँ प्राप्त कर सकते हैं और दूर बैठे लोगों से बातचीत कर सकते हैं।
संचार के साधन− एक स्थान से दूसरे स्थान तक खबर या संदेश पहुँचाने के लिए हम जिन साधनों का उपयोग करते हैं उन्हें संचार के साधन कहते हैं।
संचार के साधनों का वर्गीकरण परम्परागत संचार साधन संदेश वाहक‚ डाक−तार सेवा‚ समाचार−पत्र‚ रेडियो‚ पत्र−पत्रिका आदि।
आधुनिक संचार साधन टेलीफोन‚ फैक्स‚ ई−मेल‚ टेलीविजन‚ मोबाइल आदि।
व्यक्तिगत संचार साधन डाक−तार‚ पत्र‚ टेलीफोन‚ मोबाइल‚ ई−मेल संदेश वाहक आदि।
सामूहिक संचार साधन समाचार पत्र‚ पत्रिकाएँ‚ टेलीविजन‚ रेडियो आदि।
प्रिंट माध्यम समाचार−पत्र‚ पत्रिकाएँ‚ पीरियॉडिकल्स आदि इलेक्ट्रॉनिक माध्यम रेडियो‚ टेलीविजन‚ टेलीफोन‚ टेलीप्रिंटर्स‚ ई−मेल‚ इण्टरनेट‚ मोबाइल आदि।
टेलेक्स− एक प्रकार से यह टेलीफोन और टाइपराइटर को जोड़कर बनाया जाता है। इसमें समाचार टेलीफोन से जुड़े एक टाइप राइटर के द्वारा भेजा जाता है। एक स्थान पर रखी मशीन में संदेश दूसरे स्थान पर रखे टेली टाइपराइटर पर स्वत: छप जाता है। इसके द्वारा समाचार तार सेवा से तीन गुना अधिक गति से जाता है।
फैक्स− इसी तरह फैक्स मशीन टेलीफोन से जुड़ी एक तरह की फोटोस्टेट मशीन होती है। इसमें एक ओर कागज पर लिखे गये संदेश या तस्वीर की काली सफेद कापी तुरन्त दूसरी जगह रखी फैक्स मशीन से निकल जाती है।
मोबाइल फोन− यह बिना तार का चलता−फिरता फोन है। यह एक लम्बी दूरी का इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है जिसे विशेष बेस स्टेशनों के एक नेटवर्क के आधार पर मोबाइल आवाज या डेटा संचार के लिए उपयोग करते हैं। इन्हें सेल साइटो के रूप में जाना जाता है। मोबाइल फोन का उपयोग बात करने‚ मैसेज भेजने‚ चैट करने‚ फोटो खींचने‚ गेम खेलने‚ संगीत सुनने‚ वीडियो देखने आदि में किया जाता है।
इन्टरनेट (Internet)– इंटरनेट का पूरा नाम इंटरनेशनल नेटवर्क (International Network) है। यह आपस में एक दूसरे से जुड़े कम्प्यूटर नेटवर्क की एक ‘ग्लोबल संरचना है। यह नेटवर्कों का नेटवर्क है जो लाखों पब्लिक और प्राइवेट शैक्षणिक‚ औद्योगिक तथा सरकारी नेटवर्कों को सारे विश्व में विस्तार करता है। ये आपस में ताँबे के तारों‚ फाइबर ऑप्टिकल केबल‚ वायरलेस कनेक्शन तथा दूसरे तकनीकों से जुड़े हैं।
इंटरनेट विभिन्न सूचना संसाधनों और सेवाओं जैसे कि इलेक्ट्रॉनिक मेल‚ ऑनलाइन चैट‚ ऑनलाइन बैंकिंग फाइल ट्रांसफर और शेयरिंग‚ ऑनलाइन गेमिंग‚ इंटरलिंक्ड‚ हाइपरटेक्स्ट दस्तावेज एवं वर्ल्ड वाइड वेब इत्यादि को वहन करती है।
भारत में इंटरनेट सेवा का आरम्भ 15 अगस्त 1995 में विदेश संचार निगम लिमिटेड द्वारा आरम्भ किया गया था। भारत में लोकप्रिय इंटरनेट सेवा प्रदाता VSNL (विदेश संचार निगम लिमिटेड)‚ BSNL (भारत संचार निगम लिमिटेड)‚ MTNL (महासागर टेलीफोन निगम लिमिटेड) मंत्रा ऑनलाइन तथा सत्यम ऑनलाइन इत्यादि हैं।
ई-मेल− ई−मेल एक इंटरनेट के माध्यम से किसी कम्प्यूटर या अन्य उपकरण से पत्र भेजने का एक तरीका है। एक ई-मेल को भेजने के लिए एक ई-मेल पते की आवश्यकता होती है जो यूजर-नेम और डोमेन नेम से मिलकर बना होता है। सामान्यत: इंटरनेट पर कई मुफ्त ई-मेल सेवायें उपलब्ध हैं और जिस प्रकार एक ई−मेल को कम्प्यूटर से भेजा जाता है उसी प्रकार से एक ई-मेल को स्मार्टफोन से भी भेजा जा सकताहै।
ई−मेल के साथ ग्राफ‚ ध्वनि‚ फाइल या फोटो जोड़कर भेजा जा सकता है जिसे Attachments कहते हैं। यह डॉक टिकट की आवश्यकता को घटाता है तथा संदेश को भेजने तथा प्राप्त करने में लगे समय की बचत करता है। ई−मेल का जन्मदाता आर. टोमलिंसन है। पहला फ्री ई−मेल सेवा के जन्मदाता सबीर भाटिया हैं जिन्होंने जून 1996 में हॉटमेल सेवा शुरू की।
भारत के प्रमुख ई−मेल प्रदान करने वाले साइट www.rediffmail.com, www.yahoomail.com, www.hot mail.com, www. india.com, www. gmail.com है।
ऑप्टिकल फाइबर− ऑप्टिकल फाइबर तुम्हारे‚ बालों जितने महीन‚ खोखले तार होते हैं। टेलीफोन कॉल‚ टी.वी. की तस्वीरें कम्प्यूटर डाटा इनसे होता हुआ लम्बी से लम्बी दूरी तय कर सकता है।
आजकल संचार को और अधिक तीव्रगामी एवं भेजे गए सिग्नलों की गुणवत्ता को शुद्ध बनाए रखने के लिए ऑप्टिकल फाइबर तकनीकी का उपयोग किया जा रहा है। आजकल इसकी मदद से गाँव−गॉव में सार्वजनिक टेलीफोन सेवा भी उपलब्ध कराई जा रही है।
डाक सेवा
• भारत में डाक प्रणाली का प्रारम्भ वर्ष 1837 में हुआ था। वर्ष 1935 में इण्डियन पोस्टल आर्डर वर्ष 1972 में पिन कोड वर्ष 1986 में स्पीड पोस्ट सेवा और वर्ष 2004 में ई−पोस्ट सेवा प्रारम्भ की गयी।
• वर्तमान में भारतीय डाक सेवा विश्व का सबसे बड़ा डाक प्रणाली है।
रेडियो−
• भारत में रेडियो का प्रसारण वर्ष 1923 में रेडियो क्लब ऑफ बाम्बे द्वारा प्रारम्भ किया गया।
• वर्ष 1995 में ए.आई.आर. के द्वारा निजी क्षेत्र में FM (Frequency Modulation) स्टेशंस की स्थापना का निर्णय लिया गया। एफ.एम. रेडियो के प्रारम्भ के साथ भारत में रेडियो संचार का क्षेत्रीय स्तर पर व्यापक विस्तार हुआ और रेडियो की लोकप्रियता में भी वृद्धि हुई है।
टेलीविजन
• भारत में टेलीविजन का प्रारम्भ एक प्रयोग के रूप में 15 सितम्बर 1959 को दिल्ली में हुआ। वर्ष 1965 में ऑल इण्डिया रेडियो के एक भाग के रूप में दूरदर्शन के द्वारा टेलीविजन कार्यक्रमों का दैनिक प्रसारण किया जाने लगा।
• वर्ष 1982 से राष्ट्रीय प्रसारण का प्रारम्भ हुआ और इसी वर्ष भारतीय बाजारों में रंगीन टेलीविजन (Colour Television) का पदार्पण हुआ।
डी.टी.एच. (DTH)
• प्रसार भारती के द्वारा 16 दिसम्बर 2004 को डायरेक्ट टू होम (Direct To Home) सेवा का प्रारम्भ किया गया। यह देश की पहली नि:शुल्क DTH प्रसारण सेवा है। ऐसे क्षेत्र जहाँ केबल आपरेटरों का नेटवर्क उपलब्ध नहीं है वहाँ DTH के माध्यम से टेलीविजन सेवाएँ प्रदान की जाती हैं।
संचार उपग्रह
• दूर संचार के प्रयोजनों के लिए संचार उपग्रह अंतरिक्ष में तैनात एक कृत्रिम उपग्रह है। मौसम सम्बन्धी पूर्वानुमान दूरसंचार प्राकृतिक संसाधनों के प्रबन्धन आदि के लिए उपग्रह संचार का उपयोग किया जाता है।
• इनसैट INSAT प्रणाली का प्रयोग संचार‚ दूरदर्शन‚ प्रसारण व मौसम सम्बन्धी जानकारी प्राप्त करने के लिए किया जाता है। इनसैट भू−स्थैतिक (Geo–Stationary)
उपग्रह होते हैं।
• EDUSAT एक शैक्षिक उपग्रह है।