अध्याय 6 सामाजिक अध्ययन का अधिगम स्रोत प्राथमिक एवं द्वितीयक
स्रोत का अर्थ• कोई वस्तु, स्थान, पुस्तक या व्यक्ति जो ज्ञान को वास्तविक आधार प्रदान करते हैं उस आधार को स्रोत कहा जाता है। स्रोत का अर्थ होता है – मूल।• विशय का ज्ञान प्राप्त करने के लिए किसी अन्य द्वारा बताए गए अनुभवों की अपेक्षा प्रत्यक्ष अनुभव अधिक लाभदायक होते हैं।• मूल साधनों के …
अध्याय 6 सामाजिक अध्ययन का अधिगम स्रोत प्राथमिक एवं द्वितीयक Read More »