TET EVS Notes L1HY

अध्याय 16. पर्यावरणीय भूगोल

ब्रह्माण्ड • सूर्य‚ चन्द्रमा‚ ग्रह तथा आकाश के अन्य पिण्ड जो रात में आसमान में चमकती है‚ खगोलीय पिण्ड कहलाती है। समस्त खगोलीय/आकाशीय पिण्डों की सुव्यवस्था को ब्रह्माण्ड कहते हैं।• ब्रह्माण्ड का अध्ययन कॉस्मोलॉजी कहलाता है।• ब्रह्माण्ड की उत्पत्ति के विषय में सर्वाधिक मान्य सिद्धांत बिग बैंग सिद्धांत है‚ जिसका प्रतिपादन बेल्जियम के खगोलविद्‌ जार्ज …

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अध्याय 1. परिवार

परिवार सामाजिक संगठनों में सबसे महत्त्वपूर्ण‚ सर्वव्यापी एवं प्राथमिक सामाजिक संगठन या समूह है। मनुष्य के जीवन में परिवार का महत्त्वपूर्ण स्थान है। बालक परिवार में ही जन्म लेता है तथा परिवार में ही उसका पालन पोषण होता है। परिवार ही उसे पारिवारिक एवं सामाजिक प्राणी बनाता है। बालक की प्रथम पाठशाला परिवार होती है। …

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अध्याय 17. पर्यावरणीय प्रदूषण

प्रदूषण (Pollution)‘‘पर्यावरण के विभिन्न घटकों जैसे− जल‚ वायु‚ मिट्टी आदि में होने वाले अवांछनीय परिवर्तन जिनका जीवधारियों एवं अन्य घटकों पर हानिकारक प्रभाव पड़ता है‚ प्रदूषण कहलाता है।’’ प्रदूषक (Pollutants)– जो पदार्थ पर्यावरण को प्रदूषित करते हैं उसे प्रदूषक कहते हैं।• ठोस कणिकीय प्रदूषक− धूल कण‚ एरोसोल‚ औद्योगिक अपशिष्ट पदार्थ जैसे− पारा‚ सीसा‚ एस्बेस्टस आदि …

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अध्याय 2. भोजन‚ स्वास्थ्य एवं स्वच्छता

भोजन (Food) सभी जीवों को जिन्दा रहने के लिए ऊर्जा की आवश्यकता होती है। अगर जीवों को ऊर्जा नहीं मिलेगी तो उनकी मृत्यु हो जाएगी। सभी जीवों को ऊर्जा उनके भोजन से मिलती है अर्थात्‌ भोजन वह खाद्य पदार्थ है जो जीवों को ऊर्जा प्रदान करता है। इस पृथ्वी पर पौधे ही भोजन का निर्माण …

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अध्याय 18. पर्यावरणीय समस्याएँ

पर्यावरणीय समस्याएँ अनेक प्रकार की हैं। इनमें से कुछ समस्याओं को यहाँ समेकित करने का प्रयास किया जा रहा है−• हरितगृह प्रभाव (Greenhouse effect)• अम्लीय वर्षा (Acid Rains)• ओजोन पर्त का विघटन (Ozone Layer depletion)• औद्योगकीकरण (Industralization)• विभिन्न प्रकार के प्रदूषण : वायु‚ जल‚ भूमि‚ ध्वनि‚ वाहन आदि।• अपशिष्ट निस्तारण• निर्वनीकरण• स्मोग• जनसंख्या वृद्धि• शहरीकरण• …

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अध्याय 3. आवास

आवास− जिस जगह पर जीव रहते हैं उस जगह को उनका आवास या आश्रम कहा जाता है। अलग−अलग जीवों का आश्रय अलग− अलग होता है। कुछ जीव अपना आश्रय नहीं बनाते जैसे− बन्दर।जानवरों के आवास स्थान−• मनुष्य के घरों में रहने वाले जीव− कुत्ता‚ बिल्ली‚ छिपकली‚ मच्छर‚ चूहा आदि।• जंगल में रहने वाले जीव− शेर‚ …

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अध्याय 4. पेड़−पौधे एवं जीव−जन्तु

पेड़−पौधे पेड़−पौधे पादप (Plantae) जगत के अन्तर्गत आते है। किसी भी जगह के पेड़−पौधे के समूह को फ्लोरा (Flora) कहते हैं। पेड़−पौधे हमारे पर्यावरण के अभिन्न अंग है। अगर पेड़− पौधे न हो तो हमारा पर्यावरण सजीव रहित हो जाएगा। पेड़−पौधे हमें कई प्रकार से लाभ पहुँचाते हैं। इनसे हमें छाया मिलती है। इनकी लकड़ियाँ …

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अध्याय 5. हमारा परिवेश

हमारे परिवेश के अन्तर्गत वे समस्त वातावरण पेड़−पौधे जीव जन्तु आदि शामिल किये जाते हैं‚ जो हमारे आस−पास उपलब्ध है।हमारे दैनिक जीवन में उपयोग की जाने वाली वस्तुएँ‚ साधन आदि भी हमारे परिवेश का ही हिस्सा है। परिवेशीय वस्तुएँ सजीव वस्तुएँ−ऐसी वस्तुएँ जिनके अन्दर जीवन होता है‚ सजीव वस्तुएँ कहलाती हैं। जैसे−पेड़−पौधे‚ मनुष्य‚ जीव−जन्तु आदि।निर्जीव …

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अध्याय 6. स्थानीय पेशे से जुड़े व्यक्ति एवं व्यवसाय

एक जिला एक उत्पाद योजना . बजट 2018-19 में प्रदेश सरकार द्वारा एक जिला एक उत्पाद योजना को प्रारम्भ करने का निर्णय लिया गया। इसी परिप्रेक्ष्य में 24 जनवरी 2018 को उत्तर प्रदेश दिवस के अवसर पर एक जिला एक उत्पाद योजना का शुभारम्भ किया गया। इस योजना के माध्यम से राज्य में लघु एवं …

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अध्याय 7. खेल एवं खेल भावना

प्रमुख खेल − खेल एक ऐसी गतिविधि है जिससे शरीर स्वस्थ्य‚ लचीला और ऊर्जावान बनता है। खेल से मनोरंजन भी होता है जिससे मस्तिष्क को आराम मिलता है। खेल खेलने के हमारे जीवन में अनुशासन भी आता है और शरीर में रक्त का संचार अच्छा होता है।खेल घर के अन्दर और बाहर दोनों जगह खेलते …

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